भारत-पाक तनाव: जनरल अनिल चौहान ने जेट नुकसान की पुष्टि की, पाक के 6 राफेल दावे को ठुकराया
India News: भारत-पाक तनाव में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने 31 मई 2025 को फाइटर जेट्स के नुकसान की पुष्टि की। ब्लूमबर्ग टीवी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने पाकिस्तान के छह जेट्स, जिसमें चार राफेल शामिल, मार गिराने के दावे को गलत बताया। चौहान ने कहा कि नुकसान के कारणों को समझना जरूरी है। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने सामरिक गलतियों को सुधारकर जवाबी हमले किए।
ऑपरेशन सिंदूर में नुकसान
जनरल चौहान ने सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग के दौरान कहा कि 7 मई को शुरुआती चरण में नुकसान हुआ। उन्होंने नुकसान की संख्या नहीं बताई। पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के दावे को खारिज करते हुए चौहान ने जोर दिया कि गलतियों को सुधारना महत्वपूर्ण है। भारत ने दो दिन बाद फिर से लंबी दूरी के हमले किए।
सामरिक सुधार और जवाबी कार्रवाई
चौहान ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने सामरिक गलतियों को जल्दी पहचाना। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, 8 और 10 मई को भारत ने पाकिस्तानी ठिकानों पर सटीक हमले किए। वायुसेना ने सभी प्रकार के विमानों का उपयोग किया। चौहान ने कहा कि नुकसान के बावजूद भारत ने हवाई श्रेष्ठता हासिल की। यह ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को दर्शाता है।
पाकिस्तान के दावे खारिज
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने छह भारतीय जेट्स, जिसमें चार राफेल शामिल थे, मार गिराए। चौहान ने इसे “बिल्कुल गलत” बताया। उन्होंने कहा कि नुकसान की संख्या से ज्यादा कारण महत्वपूर्ण हैं। 11 मई को एयर मार्शल एके भारती ने कहा था कि सभी पायलट सुरक्षित लौटे। युद्ध में नुकसान सामान्य है, लेकिन भारत ने त्वरित सुधार किए।
भारत की रणनीतिक जीत
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को शुरू हुआ, जब भारत ने पाहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला किया। चार दिन की लड़ाई में भारत ने नौ आतंकी शिविर नष्ट किए। चौहान ने कहा कि पाकिस्तानी हवाई रक्षा को भेदकर सटीक हमले किए गए। भारत ने 300 किलोमीटर अंदर तक हमले किए।
परमाणु युद्ध की आशंका नहीं
चौहान ने परमाणु युद्ध की आशंकाओं को खारिज किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने युद्ध में संयम दिखाया। संचार चैनल खुले रहे। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, चौहान ने कहा कि पारंपरिक युद्ध और परमाणु सीमा के बीच काफी जगह है। भारत और पाकिस्तान ने तर्कसंगत व्यवहार दिखाया। यह संघर्ष नियंत्रण में रहा।