शिमला हादसा: मशोबरा बालिका आश्रम में चंबा की युवती की संदिग्ध मौत, पुलिस ने शुरू की जांच
Himachal News: शिमला हादसा ने 13 जून 2025 को मशोबरा के बालिका आश्रम को सुर्खियों में ला दिया। आश्रम में 19 वर्षीय युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। चंबा जिले की रहने वाली इस युवती का शव आश्रम की सीढ़ियों के पास मिला। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। यह घटना आश्रम में रहने वाली लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, जिससे परिवारों में चिंता बढ़ गई है।
घटना का विवरण
शिमला हादसा गुरुवार देर रात मशोबरा बालिका आश्रम में हुआ। कार्यकारी एसपी शिमला गौरव सिंह ने बताया कि युवती का शव सीढ़ियों के पास संदिग्ध हालत में पाया गया। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों से मौत के कारणों का पता लगाया जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मशोबरा चौकी के तहत मामला दर्ज किया। एसपी गौरव सिंह ने कहा कि आश्रम के कर्मचारियों और अन्य लड़कियों से पूछताछ चल रही है। युवती के परिवार को सूचित कर दिया गया है। पुलिस यह जांच रही है कि क्या कोई मानसिक दबाव या अन्य कारण इस घटना के पीछे थे। आश्रम की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
बीजेपी की प्रतिक्रिया
शिमला हादसा पर बीजेपी ने गहरा शोक जताया। प्रदेश सह-मीडिया प्रभारी प्यार सिंह कंवर ने घटना की निंदा की और प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “बालिका आश्रम बच्चों की सुरक्षा के लिए होता है। ऐसी घटना समाज के लिए चिंताजनक है।” बीजेपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और आश्रमों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।
आश्रम की स्थिति और सवाल
शिमला हादसा ने मशोबरा बालिका आश्रम की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए। स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने आश्रम में रहने वाली लड़कियों की मानसिक और शारीरिक सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की कि ऐसे संस्थानों में काउंसलिंग और सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत किया जाए। यह घटना बच्चों के कल्याण के लिए बने आश्रमों की जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठाती है।
मुख्य बिंदु
- घटना: मशोबरा बालिका आश्रम में 19 वर्षीय युवती की संदिग्ध मौत
- स्थान: शव आश्रम की सीढ़ियों के पास मिला
- जांच: पुलिस और FSL टीम जांच में, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
- प्रतिक्रिया: बीजेपी ने निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की
- सवाल: आश्रम की सुरक्षा और प्रबंधन पर उठे सवाल
यह शिमला हादसा समाज और प्रशासन के लिए एक गंभीर चेतावनी है।