हिमाचल शिक्षा बोर्ड: डॉ. राजेश शर्मा ने संभाला चेयरमैन का कार्यभार, सुधार करने का किया वादा
Himachal News: डॉ. राजेश शर्मा ने मंगलवार को हिमाचल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन का कार्यभार संभाला। धर्मशाला में बोर्ड कार्यालय पहुंचने पर उनका ढोल-नगाड़ों से स्वागत हुआ। ढाई साल से खाली यह पद अब भरा गया। शर्मा ने कहा कि वह सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की दी गई जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाएंगे। उन्होंने शिक्षा प्रणाली में गुणवत्ता और पारदर्शिता लाने का वादा किया।
शिक्षा में सुधार का संकल्प
डॉ. राजेश शर्मा ने हिमाचल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन के रूप में कार्य शुरू करते हुए शिक्षा में गुणात्मक सुधार की बात कही। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि पांचवीं कक्षा का बच्चा अपनी किताब खुद पढ़ सके। बोर्ड को और प्रभावी बनाने के लिए वह नई पहल करेंगे। शर्मा का यह बयान शिक्षा के क्षेत्र में नई उम्मीद जगाता है। उनकी नियुक्ति को हिमाचल की शिक्षा व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
डॉ. राजेश शर्मा का राजनीतिक सफर
डॉ. राजेश शर्मा कांगड़ा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं। वह श्री बालाजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के सीएमडी हैं। उन्होंने 2022 में देहरा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाए। वह हिमाचल कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और प्रोफेशनल कांग्रेस के चेयरमैन रह चुके हैं। उनकी नियुक्ति को कांग्रेस की क्षेत्रीय रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। शर्मा कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं।
बोर्ड का लंबा इंतजार खत्म
हिमाचल शिक्षा बोर्ड का चेयरमैन पद ढाई साल से खाली था। इस दौरान कांगड़ा के डीसी हेमराज बैरवा ने कार्यवाहक चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाली। डॉ. राजेश शर्मा की नियुक्ति से बोर्ड को स्थायी नेतृत्व मिला है। उनकी नियुक्ति की अधिसूचना 28 जून 2025 को जारी हुई थी। यह कदम शिक्षा क्षेत्र में स्थिरता और नवाचार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
भविष्य की योजनाएं
डॉ. राजेश शर्मा ने हिमाचल शिक्षा बोर्ड को और मजबूत करने का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि वह बोर्ड की परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता लाएंगे। उनकी प्राथमिकता बच्चों को बेहतर शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य देना है। शर्मा का अनुभव और सामाजिक कार्यों से जुड़ाव इस भूमिका में सहायक होगा। उनकी नियुक्ति से शिक्षकों और छात्रों में नई उम्मीद जगी है।
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