धारा 370: एक संविधान से देश रहता है एकजुट, CJI बीआर गवई ने 370 को हटाने के फैसले को बताया सही
India News: नागपुर में मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने धारा 370 हटाने के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि देश को एकजुट रखने के लिए एक संविधान जरूरी है। बाबा साहब आंबेडकर की विचारधारा अलग संविधान के खिलाफ थी। यह फैसला संसद ने सर्वसम्मति से लिया। गवई ने कहा कि संविधान ने भारत को हर संकट में एकजुट रखा। उनकी यह टिप्पणी राष्ट्रीय एकता के महत्व को रेखांकित करती है।
संविधान की ताकत
CJI गवई ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर ने संविधान को युद्ध और शांति में देश को एकजुट रखने वाला बनाया। पिछले 75 सालों में भारत ने कई संकट देखे, लेकिन संविधान ने एकता बनाए रखी। धारा 370 को हटाने से पूरे देश में एक संविधान लागू हुआ। यह कदम बाबा साहब की दृष्टि को मजबूत करता है। गवई ने कहा कि संविधान की ताकत ने भारत को वैश्विक मंच पर मजबूत किया।
सरकार के अंगों की भूमिका
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि संविधान ने विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की सीमाएं तय की हैं। विधायिका कानून बनाती है, कार्यपालिका उसे लागू करती है। न्यायपालिका नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करती है। धारा 370 जैसे मामलों में संसद का फैसला संवैधानिक है। गवई ने जोर दिया कि न्यायपालिका को कानून के दायरे में काम करना चाहिए। यह संतुलन देश की प्रगति और एकता के लिए जरूरी है।
न्यायिक सक्रियता पर टिप्पणी
CJI ने कहा कि न्यायपालिका को हर मामले में हस्तक्षेप से बचना चाहिए। न्यायिक सक्रियता जरूरी है, लेकिन इसे दुस्साहस या आतंकवाद में नहीं बदलना चाहिए। जब कोई कानून संविधान का उल्लंघन करता है, तभी न्यायपालिका को दखल देना चाहिए। धारा 370 को हटाने का फैसला संवैधानिक था। गवई ने कहा कि यह कदम भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करता है।
बाबा साहब की विरासत
गवई ने बाबा साहब की आलोचनाओं का जिक्र किया। आंबेडकर ने कहा था कि संविधान देश को हर चुनौती में एकजुट रखेगा। धारा 370 हटने से उनकी यह सोच साकार हुई। गवई ने कहा कि संविधान ने भारत को एक सूत्र में बांधा। नागपुर में उनके इस बयान ने लोगों को एकजुटता के महत्व का एहसास कराया। यह संदेश युवाओं को संविधान के प्रति सम्मान बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।
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