वीरभद्र सिंह: रामपुर में संपन्न हुआ पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह का चतुर्वार्षिक श्राद्ध, राज्यपाल ने भी दी श्रद्धांजलि
Himachal News: हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को उनके चतुर्वार्षिक श्राद्ध पर रामपुर में श्रद्धांजलि दी गई। पदम पैलेस में आयोजित समारोह में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। रामपुर और आसपास के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। वीरभद्र सिंह के योगदान को याद किया गया। यह आयोजन उनकी स्मृति को सम्मान देने का भावनात्मक क्षण था।
दूरदर्शी नेतृत्व की स्मृति
राज्यपाल ने वीरभद्र सिंह को एक महान राजनेता बताया। उन्होंने कहा कि वीरभद्र ने हिमाचल के विकास में अमूल्य योगदान दिया। उनकी जनसेवा भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है। समारोह में गणमान्य व्यक्तियों ने उनकी स्मृति को नमन किया। रामपुर के पदम पैलेस में आयोजित इस आयोजन में स्थानीय लोग भावुक होकर शामिल हुए। वीरभद्र की विरासत आज भी हिमाचलवासियों के दिलों में जीवित है। अधिक जानकारी हिमाचल सरकार पर।
सांस्कृतिक संरक्षक के रूप में योगदान
वीरभद्र सिंह ने हिमाचल की संस्कृति की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। राज्यपाल ने कहा कि धर्मांतरण विरोधी कानून उनकी सांस्कृतिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की पहचान को बनाए रखने के लिए निःस्वार्थ कार्य किया। समारोह में उपस्थित लोगों ने उनकी दूरदर्शिता को याद किया। यह आयोजन हिमाचल के सांस्कृतिक मूल्यों को संजोने का प्रतीक बना। ताजा अपडेट के लिए राइट न्यूज देखें।
जनता के सच्चे सेवक
पदम पैलेस में वीरभद्र सिंह की स्मृति में आयोजित समारोह में भारी भीड़ उमड़ी। राज्यपाल ने कहा कि वीरभद्र जनता के सच्चे सेवक थे। उनके कार्यों ने हिमाचल को नई दिशा दी। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने भी उनकी विरासत को सराहा। स्थानीय लोगों ने भावनात्मक रूप से उन्हें याद किया। यह समारोह उनकी जनसेवा और नेतृत्व को सम्मान देने का अवसर था।