स्मार्ट हेलमेट के साथ मेटा की नई उड़ान: अमेरिकी सेना को मिलेगा AI और AR का ताकतवर हथियार
USA News: मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने डिफेंस सेक्टर में कदम रखा है। कंपनी एंड्रिल के साथ मिलकर स्मार्ट हेलमेट और चश्मे बना रही है। ये अमेरिकी सेना के लिए AI और AR तकनीक से लैस होंगे। सैनिकों को युद्धक्षेत्र में रियल-टाइम जानकारी मिलेगी।
मेटा और एंड्रिल की साझेदारी
मेटा ने डिफेंस टेक्नोलॉजी कंपनी एंड्रिल के साथ साझेदारी की है। दोनों मिलकर स्मार्ट हेलमेट और चश्मे विकसित कर रहे हैं। इन डिवाइस में AI और सेंसर होंगे। सैनिकों को युद्ध में तेजी और सटीकता मिलेगी। यह प्रोजेक्ट ‘ईगलआई’ के तहत है।
सैनिकों को मिलेगी सुपरपावर
ये स्मार्ट हेलमेट सैनिकों की दृष्टि और श्रवण शक्ति को बढ़ाएंगे। Washington Post की रिपोर्ट के अनुसार, ये डिवाइस दूर के ड्रोन या छिपे खतरों का पता लगाएंगे। सैनिक AI हथियारों से सीधे संवाद कर सकेंगे। यह तकनीक युद्ध की रणनीति बदलेगी।
ईगलआई प्रोजेक्ट की खासियत
ईगलआई प्रोजेक्ट में बनने वाले स्मार्ट हेलमेट और चश्मे सैनिकों को रियल-टाइम डेटा देंगे। एंड्रिल की लैटिस तकनीक और मेटा के लामा AI मॉडल इसकी रीढ़ हैं। ये डिवाइस युद्धक्षेत्र में सैनिकों की सजगता और नियंत्रण को बढ़ाएंगे।
मेटा का डिफेंस में प्रवेश
मेटा का यह कदम उसे सोशल मीडिया से आगे ले जाता है। कंपनी अब राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान दे रही है। स्मार्ट हेलमेट के जरिए मेटा युद्ध की तकनीक में क्रांति लाने को तैयार है। यह साझेदारी मेटा की छवि को नया आयाम देगी।
जुकरबर्ग और लकी का पुराना रिश्ता
एंड्रिल के संस्थापक पामर लकी पहले मेटा में थे। 2017 में उन्हें हटाया गया था। अब दोनों फिर साथ हैं। India Today के मुताबिक, यह साझेदारी स्मार्ट हेलमेट के जरिए अमेरिकी सेना को मजबूत करेगी। मेटा की AI और AR तकनीक इसमें अहम भूमिका निभाएगी।