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मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-22

स्पेस स्टेशन कमांडर सुनीता विलियम्स की नई फोटो आई सामने, हेल्थ को लेकर उठे सवाल; जानें क्या बोले लोग

Sunita Williams Health: भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और अंतरिक्ष में उनके साथी विल्मोर बुच कई महीनों से स्पेस में ‘फंसे’ हुए हैं। दोनों की वापसी अब मार्च के आखिरी या फिर अप्रैल महीने से पहले नहीं हो सकेगी। वापसी में लगातार समय बढ़ता जा रहा है। अब सुनीता की एक नई तस्वीर सामने आई है, जिसमें एक बार फिर से उनके हेल्थ को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। तस्वीर पर कमेंट करके लोग सुनीता की हेल्थ पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि सुनीता की हालत ठीक नहीं लग रही और उन्हें जल्द से जल्द वापस लाने की जरूरत है। सुनीता और विल्मोर जून के पहले हफ्ते में अंतरिक्ष में गए थे। शुरुआत में यह मिशन सिर्फ हफ्तेभर का था, लेकिन स्पेसक्राफ्ट में आई तकनीकी दिक्कत के बाद दोनों अब तक वहीं हैं।

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने सुनीता विलियम्स की यह फोटो शेयर की है। इसमें उनके साथ नासा के ही एक और एस्ट्रोनॉट डॉन पेटिट भी दिखाई दे रहे हैं। 17 दिसंबर को शेयर की गई सुनीता विलियम्स की तस्वीर में वह सैंटा क्लॉज वाली रेड कलर की हैट लगाई दिखाई दे रही हैं। इसमें उन्होंने रेड कलर की टी-शर्ट भी पहन रखी है। इसमें वह पूरी तरह से क्रिसमस के त्योहार में रंग में रंगी नजर आ रही हैं।

नासा ने फोटो के साथ कैप्शन लिखा, “एक और दिन, एक और स्लेज। नासा के अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट और सुनी विलियम्स अंतरिक्ष स्टेशन के कोलंबस प्रयोगशाला मॉड्यूल के अंदर हैम रेडियो पर बोलते हुए एक मजेदार छुट्टियों के मौसम के फोटो के लिए पोज देते हैं।” तस्वीर ने नेटिजन्स को चिंतित कर दिया, जो अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के बाद विलियम के स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हैं। एक एक्स यूजर ने कहा, “वह बहुत पतली दिख रही हैं और एक भीड़ भरी सेल में रह रहीं।”

एक और यूजर ने कमेंट किया, “सुनी विलियम्स की हालत ठीक नहीं है, उन्हें अब घर आने की जरूरत है।” एक और यूजर ने टिप्पणी की, “अरे, ऐसा लगता है कि वे बहुत बुरी हालत में हैं और उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकालने की जरूरत है।”फोटो पर एक और यूजर ने लिखा कि वह बहुत पतली हो रही हैं। उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। भले ही लोग सुनीता विलियम्स की तस्वीर देखकर टेंशन में आ गए हैं, लेकिन वैज्ञानिकों ने कोई चिंता नहीं व्यक्त की है। नासा लगातार सुनीता की हेल्थ पर नजर बनाए हुए है और हाल ही में उनकी आंखों की भी जांच की गई थी।

कुछ समय पहले भी सुनीता विलियम्स की हेल्थ को लेकर सवाल उठने लगे थे। एक तस्वीर में वह काफी कमजोर नजर आ रही थीं। उनके गाल धंसे हुए थे और वजन भी गिरा हुआ लग रहा था। इसके बाद नासा को भी टेंशन हो गई थी। हालांकि, कई तरह की अटकलें लगने के बाद सुनीता ने साफ किया था कि वह पूरी तरह से ठीक हैं। उन्हें कोई भी दिक्कत नहीं है। वह स्पेस सेंटर में दिए गए सभी कामों को पूरा कर रही हैं। सुनीता इन दिनों स्पेस स्टेशन के कमांडर की भूमिका निभा रही हैं।

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मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-21

अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्स हर रोज देखती है 16 सूर्योदय और सूर्यास्त, जानें कैसे तय होता है सोने का समय

Sunita Williams: सुनीता विलियम्स इन दिनों अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं। पहले उनके फरवरी में 2025 में लौटने की उम्मीद थी। लेकिन अब नासा ने कहा है कि सुनीता की वापसी में और देरी हो सकती है। लेकिन क्या आपको पता है कि सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में कितनी बार सूर्योदय और सूर्यास्त देखती हैं? यह जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि सुनीता विलियम्स एक ही दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त देखती हैं। वहां पर हर 45 मिनट पर सूर्योदय और सूर्यास्त देखने को मिलता है। अनुभवी अंतरिक्ष यात्री ने इस बात की जानकारी साल 2013 में गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान दी थी।

साल 2013 में यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात सुनीता विलियम्स का सम्मान कर रही थी। उस कार्यक्रम में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। सुनीता ने अपने लाजवाब अनुभव के बारे में बताया था। उन्होंने कहाकि मैं खुशनसीब थी कि एक दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त देखने का अनुभव मिला। यह सबकुछ तेजी से घूमते स्पेस शटल में होता था।

कैसे होते हैं इतने सारे सूर्योदय और सूर्यास्त

आईएसएस करीब 28,000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की परिक्रमा करता है। यह हर 90 मिनट में एक ऑरबिट कंप्लीट करता है। स्पेस स्टेशन की इतनी तेज रफ्तार के चलते अंतरिक्ष यात्री बेहद तेजी से धरती के अंधेरे पक्ष से रोशनी वाले पक्ष की तरफ जाते हैं। इन लोगों को करीब 45 मिनट के अंतराल पर सूर्योदय या सूर्यास्त देखने का मौका मिलता है। इस तरह धरती पर 12 घंटे के दिन और रात के विपरीत, आईएसएस में अंतरिक्ष यात्री 45-45 मिनट की दिन और रात का अनुभव करते हैं।

सोने का समय कैसे तय करते हैं

अंतरिक्ष में दिन-रात का नियमित चक्र नहीं होने के चलते अंतरिक्ष यात्री सोने के समय के लिए खास फॉर्मूला यूज करते हैं। यह है कोऑर्डिनेटेड यूनिवर्सल टाइम (यूटीसी) पर आधारित शेड्यूल। इसी के आधार पर अंतरिक्षयात्रियों के दिन के काम, व्यायाम, भोजन और आराम का समय तय होता है। अंतरिक्ष में अपनी फिजिकल और मेंटल हेल्थ बनाए रखने के लिए एस्ट्रोनॉट्स इन शिड्यूल का कड़ाई से पालन करते हैं।

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मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-04

अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्स कृषि पर कर रही रिसर्च, भविष्य में स्पेस मिशन के लिए है खास; जानें कब आएगी वापस

Space News: नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 8 महीने के स्पेस मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हैं। आईएसएस के कमांडर के तौर पर वह इस समय में वह अंतरिक्ष में एक महत्वपूर्ण कृषि अनुसंधान कर रही हैं। विलियम्स माइक्रोग्रैविटी में सब्जियां उगाने का प्रयोग कर रही हैं, जिससे अंतरिक्ष में खेती की महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान हो सकता है। इस प्रयोग को प्लांट हैबिटेट-07 नाम दिया गया है।

स्टडी में इस बात पर पता लगाया जा रहा है कि जीरो-ग्रेविटी के वातावरण में पानी के अलग-अलग स्तर पौधों की वृद्धि पर क्या असर डालते हैं। पृथ्वी पर पानी ऊपर से नीचे की ओर बहता है,जिससे पौधों की जड़ों को पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद मिलती है। लेकिन माइक्रोग्रेविटी में पानी अलग तरह से व्यवहार करता है। यह शोध भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है, जो चंद्रमा, मंगल और उससे आगे है, जहां वैज्ञानिक मानव जीवन के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं।

स्टडी खोल सकती है नए द्वार

स्टडी में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पौधे माइक्रो ग्रेविटी के अनुकूल कैसे हो सकते हैं। इसके अलावा निष्कर्ष पृथ्वी पर टिकाऊ खेती के तरीकों को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जिससे वैश्विक खाद्य सुरक्षा चुनौतियों का समाधान हो सकता है।

विलियम्स का काम पौधों की वृद्धि से कहीं आगे जाता है। स्टडी अंतरिक्ष में लंबे समय तक चलने वाले नासा के व्यापक मिशनों में योगदान शुरू करते हैं। लेट्यूस प्रयोग से हासिल डेटा बंद-लूप प्रणालियों के विकास का समर्थन करता है जो पानी, हवा और पोषक तत्वों को रीसायकल करते हैं, जिससे पृथ्वी से पुनः आपूर्ति मिशनों पर निर्भरता कम होती है। यह स्टडी लंबे समय तक अंतरिक्ष मिशनों के लिए आधार तैयार करता है।

कब वापस आएंगी सुनीता विलियम्स

सुनीता विलियम्स इसी साल 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष में गई थीं। उन्हें एक सप्ताह में वापस लौटना था, लेकिन स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी के बाद उनकी वापसी को टाल दिया गया। आखिरकार सितम्बर में स्टारलाइनर बिना क्रू के धरती पर वापस लौटा। सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर अब स्पेसएक्स के अंतरिक्ष यान से अगले साल फरवरी में वापस आएंगी।

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