जलविद्युत परियोजना: जम्मू-कश्मीर में क्वार बांध के लिए 3119 करोड़ का कर्ज, पाकिस्तान की निकलेगी हेकड़ी
Jammu and Kashmir News: भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवार में चिनाब नदी पर क्वार बांध के लिए 3119 करोड़ रुपये के कर्ज की प्रक्रिया शुरू की। इस जलविद्युत परियोजना से 540 मेगावाट बिजली बनेगी। 109 मीटर ऊंचा यह कंक्रीट बांध 2027 तक पूरा होगा। यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए बिजली और रोजगार का वरदान होगी। हालांकि, पाकिस्तान को पानी की कमी की चिंता सता रही है।
परियोजना की प्रगति
क्वार बांध का निर्माण तेजी से चल रहा है। जनवरी 2024 में चिनाब नदी का प्रवाह मोड़ने में सफलता मिली। 609 मीटर लंबी मुख्य सुरंग की खुदाई शुरू हो चुकी है। यह जलविद्युत परियोजना 4526 करोड़ रुपये की लागत से बन रही है। सरकार इसे 2027 तक पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह परियोजना क्षेत्र में बिजली की उपलब्धता बढ़ाएगी और औद्योगिक विकास को गति देगी।
भारत-पाक तनाव
चिनाब नदी का पानी पाकिस्तान के लिए अहम है। क्वार बांध से पानी के प्रवाह में कमी की आशंका ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ाई। भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि का पालन किया है, लेकिन हाल के तनाव ने इसे जटिल बना दिया। पाकिस्तान ने इस परियोजना पर आपत्ति जताई है। फिर भी, भारत का फोकस अपनी ऊर्जा जरूरतों और क्षेत्रीय विकास पर है। यह कदम रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
स्थानीय लाभ
क्वार बांध से जम्मू-कश्मीर में बिजली की स्थिति सुधरेगी। यह परियोजना करीब 2500 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगी। स्थानीय लोग इसे विकास के नए अवसर के रूप में देख रहे हैं। 24 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी। यह परियोजना भारत की स्वच्छ ऊर्जा नीति को भी मजबूत करेगी। लोग इस बदलाव से उत्साहित हैं और इसे क्षेत्र की प्रगति का प्रतीक मानते हैं।
तकनीकी विशेषताएं
यह 540 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना किश्तवार के पड्यारना गांव में बन रही है। 109 मीटर ऊंचा कंक्रीट ग्रेविटी बांध चार पेनस्टॉक के जरिए पानी को भूमिगत पावरहाउस तक ले जाएगा। इसमें चार फ्रांसिस टरबाइन-जनरेटर होंगे, प्रत्येक 135 मेगावाट का। यह परियोजना 1975.54 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करेगी। यह भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है। स्थानीय लोग इसके पूरा होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।