#HydroPowerProject

मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2025-07-11

जलविद्युत परियोजना: जम्मू-कश्मीर में क्वार बांध के लिए 3119 करोड़ का कर्ज, पाकिस्तान की निकलेगी हेकड़ी

Jammu and Kashmir News: भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवार में चिनाब नदी पर क्वार बांध के लिए 3119 करोड़ रुपये के कर्ज की प्रक्रिया शुरू की। इस जलविद्युत परियोजना से 540 मेगावाट बिजली बनेगी। 109 मीटर ऊंचा यह कंक्रीट बांध 2027 तक पूरा होगा। यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए बिजली और रोजगार का वरदान होगी। हालांकि, पाकिस्तान को पानी की कमी की चिंता सता रही है।

परियोजना की प्रगति

क्वार बांध का निर्माण तेजी से चल रहा है। जनवरी 2024 में चिनाब नदी का प्रवाह मोड़ने में सफलता मिली। 609 मीटर लंबी मुख्य सुरंग की खुदाई शुरू हो चुकी है। यह जलविद्युत परियोजना 4526 करोड़ रुपये की लागत से बन रही है। सरकार इसे 2027 तक पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह परियोजना क्षेत्र में बिजली की उपलब्धता बढ़ाएगी और औद्योगिक विकास को गति देगी।

भारत-पाक तनाव

चिनाब नदी का पानी पाकिस्तान के लिए अहम है। क्वार बांध से पानी के प्रवाह में कमी की आशंका ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ाई। भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि का पालन किया है, लेकिन हाल के तनाव ने इसे जटिल बना दिया। पाकिस्तान ने इस परियोजना पर आपत्ति जताई है। फिर भी, भारत का फोकस अपनी ऊर्जा जरूरतों और क्षेत्रीय विकास पर है। यह कदम रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।

स्थानीय लाभ

क्वार बांध से जम्मू-कश्मीर में बिजली की स्थिति सुधरेगी। यह परियोजना करीब 2500 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगी। स्थानीय लोग इसे विकास के नए अवसर के रूप में देख रहे हैं। 24 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी। यह परियोजना भारत की स्वच्छ ऊर्जा नीति को भी मजबूत करेगी। लोग इस बदलाव से उत्साहित हैं और इसे क्षेत्र की प्रगति का प्रतीक मानते हैं।

तकनीकी विशेषताएं

यह 540 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना किश्तवार के पड्यारना गांव में बन रही है। 109 मीटर ऊंचा कंक्रीट ग्रेविटी बांध चार पेनस्टॉक के जरिए पानी को भूमिगत पावरहाउस तक ले जाएगा। इसमें चार फ्रांसिस टरबाइन-जनरेटर होंगे, प्रत्येक 135 मेगावाट का। यह परियोजना 1975.54 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करेगी। यह भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है। स्थानीय लोग इसके पूरा होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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Right News Indianews@rightnewsindia.com
2025-06-09

हाइड्रो पावर: शौंगटौंग परियोजना नवंबर 2026 तक पूरी करने के निर्देश, सीएम सुक्खू का दौरा

Himachal News: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में 450 मेगावाट की शौंगटौंग-करछम हाइड्रो पावर परियोजना को नवंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 9 जून 2025 को परियोजना स्थल का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को समय पर गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। परियोजना से राज्य को 1000 करोड़ रुपये की वार्षिक आय होगी।

परियोजना का दौरा और निर्देश

सीएम सुक्खू ने करछम में पावर हाउस और पवारी में बैराज साइट का निरीक्षण किया। उन्होंने इंजीनियरों और श्रमिकों से बात की। परियोजना 13 वर्षों से निर्माणाधीन है। वर्तमान सरकार ने कार्य में तेजी लाई है। सुक्खू ने निर्माण एजेंसी को ढिलाई बरतने से मना किया। किसी भी बाधा को तुरंत हल करने को कहा।

आर्थिक और सामाजिक लाभ

  • आर्थिक लाभ: परियोजना से 1579 मिलियन यूनिट बिजली बनेगी। इससे 1706 करोड़ रुपये की आय होगी।
  • रोजगार: स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। बुनियादी ढांचे का विकास होगा।
  • आत्मनिर्भर हिमाचल: परियोजना 2027 तक हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।
    सीएम ने कहा कि पिछली सरकार की देरी से नुकसान हुआ। अब समयबद्ध पूरा करना प्राथमिकता है।

अन्य परियोजनाओं की सफलता

हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) ने काशंग, सावड़ा कुडू, और सैंज परियोजनाएं पूरी की हैं। ये परियोजनाएं बिजली और आय का प्रमुख स्रोत हैं। शौंगटौंग परियोजना के बाद एचपीपीसीएल राज्य की सबसे बड़ी आय सृजक एजेंसी बन सकती है। सीएम ने बिजली बोर्ड और पावर कॉरपोरेशन की क्षमता की सराहना की। अधिक जानकारी के लिए एचपीपीसीएल वेबसाइट देखें।

किन्नौर में विकास कार्य

सीएम ने किन्नौर में 96 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया:

  • शिक्षा: चारों खंडों में सीबीएसई स्कूल खुलेंगे। डाइट रिकांगपिओ में 8 करोड़ का ऑडिटोरियम बनेगा।
  • खेल: राजीव गांधी खेल परिसर के लिए 29.88 करोड़ रुपये। क्रिकेट टीम को 10-10 हजार रुपये।
  • भूमि पट्टे: 25 लोगों को वन अधिकार अधिनियम के तहत पट्टे दिए गए।
  • यूथ होस्टल: कल्पा में 10.60 करोड़ की लागत से बना होस्टल शुरू।

आर्थिक चुनौतियां और राहत

सीएम ने कहा कि केंद्र ने प्राकृतिक आपदा के लिए कोई सहायता नहीं दी। राज्य ने 4500 करोड़ रुपये का राहत पैकेज अपने संसाधनों से दिया। पिछली सरकार ने 10,000 करोड़ की देनदारी छोड़ी। वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार रोककर 3000 करोड़ रुपये बचाए। हाइड्रो पावर परियोजनाएं आर्थिक मजबूती का आधार हैं।

Author: Babita Negi, Himachal Pradesh

#HimachalPradeshNews #HydropowerProject

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