राशन वितरण में बदलाव: हिमाचल में अब अंगूठा लगाने से नहीं बल्कि ओटीपी से मिलेगा राशन, पढ़ें डिटेल
Himachal News: हिमाचल प्रदेश में राशन वितरण की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव हो रहा है। अब उपभोक्ताओं को अंगूठे की बजाय मोबाइल पर ओटीपी से पहचान करनी होगी। पुरानी बायोमीट्रिक मशीनों की वैधता खत्म हो चुकी है। नई एल-वन मशीनें लगाने की तैयारी है। यह कदम 19 लाख उपभोक्ताओं के लिए राशन प्रक्रिया को आसान बनाएगा।
क्यों बदली राशन वितरण प्रक्रिया
पुरानी बायोमीट्रिक मशीनें एल-जीरो श्रेणी की थीं, जिन्हें यूआईडीएआई ने बंद कर दिया है। इन मशीनों में उंगलियों के निशान स्कैन करने में बार-बार समस्या आती थी। इससे उपभोक्ताओं को राशन लेने में परेशानी होती थी। अब नई गाइडलाइंस के तहत एल-वन मशीनें अनिवार्य हैं। ओटीपी सिस्टम अंतरिम व्यवस्था के रूप में लागू किया गया है।
नई मशीनों के लिए टेंडर प्रक्रिया
खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग ने केंद्र सरकार से पुरानी मशीनों की वैधता बढ़ाने की मांग की है। यदि एक्सटेंशन नहीं मिला, तो नई एल-वन मशीनों की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। 2017 में खरीदी गईं मशीनें अब तकनीकी रूप से मान्य नहीं हैं। नई मशीनें लगने तक ओटीपी से राशन वितरण होगा।
ओटीपी से कैसे मिलेगा राशन
प्रदेश के 19 लाख उपभोक्ता सार्वजनिक वितरण प्रणाली से लाभ ले रहे हैं। नई व्यवस्था में उपभोक्ताओं के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा। इस ओटीपी को दिखाकर वे डिपो से राशन प्राप्त कर सकेंगे। विभाग का कहना है कि यह व्यवस्था राशन वितरण को निर्बाध रखेगी।
फर्जीवाड़ा रोकने में मदद
आधार प्रमाणीकरण डिवाइस राशन वितरण में पारदर्शिता लाती हैं। ये मशीनें यह सुनिश्चित करती हैं कि राशन सही व्यक्ति तक पहुंचे। पुरानी मशीनों से फर्जीवाड़ा रोकने में मदद मिलती थी, लेकिन उनकी तकनीकी समस्याओं ने नई डिवाइस की जरूरत को बढ़ाया। एल-वन मशीनें अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय होंगी।
विभाग की तैयारियां
खाद्य आपूर्ति विभाग ने केंद्र से एक माह की एक्सटेंशन मांगी है। यदि यह मंजूर नहीं हुई, तो जल्द ही नई मशीनों की खरीद शुरू होगी। अतिरिक्त निदेशक सुरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि राशन वितरण में कोई रुकावट नहीं आएगी। ओटीपी व्यवस्था से उपभोक्ताओं को सुविधा मिलेगी।
उपभोक्ताओं के लिए फायदे
नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। पुरानी मशीनों में उंगलियों के निशान न स्कैन होने की समस्या खत्म होगी। ओटीपी सिस्टम तेज और सरल है। नई एल-वन मशीनें लगने पर राशन वितरण और भी सुरक्षित हो जाएगा। विभाग का लक्ष्य पारदर्शिता बनाए रखना है।