हिमाचल शहीद मनीष ठाकुर: सिरमौर के वीर सपूत का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के बड़ाबन गांव में हिमाचल शहीद मनीष ठाकुर की शहादत ने हर किसी को झकझोर दिया। 27 वर्षीय लांस नायक मनीष ठाकुर सिक्किम में भूस्खलन की चपेट में आकर शहीद हुए। उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर पैतृक गांव लाया गया। छोटे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। हजारों लोग अंतिम दर्शन के लिए उमड़े।
शहीद का अंतिम संस्कार
सिरमौर के बड़ाबन गांव में हिमाचल शहीद मनीष ठाकुर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हुआ। तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को देख परिजन भावुक हो गए। स्थानीय लोगों ने शहीद के सम्मान में बाइक रैली निकाली। “भारत माता की जय” और “मनीष ठाकुर अमर रहे” के नारे गूंजे। शहीद की वीरता ने पूरे क्षेत्र में गर्व की भावना जगाई।
मनीष ठाकुर की शादी और सेवा
मनीष ठाकुर की शादी 6 मार्च 2025 को हुई थी। 10 अप्रैल को छुट्टी खत्म होने के बाद वह ड्यूटी पर लौटे। सिक्किम के चट्टन में भूस्खलन ने उनकी जान ले ली। 1998 में जन्मे मनीष ने 2016 में डोगरा रेजिमेंट में भर्ती होकर देश सेवा शुरू की। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें सेना में सम्मान दिलाया।
बीजेपी नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने हिमाचल शहीद मनीष ठाकुर के अंतिम संस्कार में शामिल होकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल की वीरभूमि के सपूतों ने हमेशा देश के लिए बलिदान दिया। मनीष की शहादत पर गर्व है। सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी और अन्य नेता भी मौजूद रहे। सभी ने परिवार को सांत्वना दी।
सिक्किम में भूस्खलन की घटना
2 जून 2025 को सिक्किम के चट्टन में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ। इस हादसे में हिमाचल शहीद मनीष ठाकुर सहित तीन सैनिक शहीद हुए। मनीष डोगरा रेजिमेंट में तैनात थे। उनकी शहादत की खबर ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। सेना और जिला प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए पूरी व्यवस्था की।
गांव में शोक की लहर
बड़ाबन गांव में हिमाचल शहीद मनीष ठाकुर की शहादत की खबर सुनकर सैकड़ों लोग उनके घर पहुंचे। परिजनों में उनकी पत्नी तनु देवी, माता-पिता जोगिंदर सिंह और किरण बाला शोक में डूबे। गांववासियों ने शहीद के सम्मान में एकजुटता दिखाई। नाहन के विधायक अजय सोलंकी ने भी परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
सेना और प्रशासन का सहयोग
सैनिक कल्याण बोर्ड के उपनिदेशक मेजर (रिटायर्ड) दीपक धवन ने बताया कि हिमाचल शहीद मनीष ठाकुर के पार्थिव शरीर को चंडीगढ़ से गांव लाया गया। सेना ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की व्यवस्था की। जिला प्रशासन ने परिवार को हरसंभव सहायता देने का वादा किया। शहीद की स्मृति में गांव में श्रद्धांजलि सभा भी हुई।
हिमाचल के वीर सपूत
हिमाचल प्रदेश हमेशा से वीरों की भूमि रहा है। हिमाचल शहीद मनीष ठाकुर जैसे सैनिकों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी शहादत न केवल सिरमौर बल्कि पूरे हिमाचल के लिए गर्व का विषय है। बीजेपी नेताओं ने कहा कि मनीष की वीरता युवाओं के लिए प्रेरणा है। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।