रक्षा निर्यात: इजरायल ने 2024 में 14.8 बिलियन डॉलर के हथियार बेचे, गाजा युद्ध के बीच नया रिकॉर्ड
Israel News: इजरायल ने 2024 में रक्षा निर्यात में नया कीर्तिमान स्थापित किया, जिसमें हथियारों की बिक्री 14.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंची। यह 2023 के 13 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड से 13% अधिक है। इजरायल का रक्षा मंत्रालय इसे लगातार चौथा रिकॉर्ड वर्ष मानता है। गाजा में चल रहे युद्ध और वैश्विक आलोचना के बावजूद, यूरोप और एशिया जैसे क्षेत्रों में मांग बढ़ी। इजरायल कई मोर्चों पर युद्ध लड़ रहा है, जिसमें गाजा, लेबनान, सीरिया, और यमन शामिल हैं।
यूरोप बना सबसे बड़ा बाजार
यूरोप ने 2024 में इजरायल के रक्षा निर्यात का 54% हिस्सा लिया, जो 2023 में 35% था। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूरोपीय देश अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहे हैं। जर्मनी ने इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज से 3.8 बिलियन डॉलर का एरो 3 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदा, जो इजरायल का सबसे बड़ा रक्षा सौदा है। हवाई रक्षा प्रणालियों ने कुल निर्यात का 48% हिस्सा लिया। हालांकि, स्पेन ने राफेल की सहायक कंपनी से 325 मिलियन डॉलर का एंटी-टैंक मिसाइल सौदा रद्द किया।
भारत और अब्राहम समझौता देशों की मांग
भारत इजरायल का प्रमुख रक्षा निर्यात बाजार बना हुआ है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, 2020-2024 में इजरायल भारत का तीसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता था, जो 13% आयात प्रदान करता है। हाल ही में, भारतीय कंपनी NIBE लिमिटेड को 300 किमी रेंज वाले रॉकेट लॉन्चर के लिए 15,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला। अब्राहम समझौता देशों (UAE, बहरीन, मोरक्को) ने 12% निर्यात लिया, जो 2023 में 3% था। मोरक्को ने एल्बिट सिस्टम्स से ATMOS हॉवित्जर खरीदा।
हथियारों की श्रेणियां और मांग
इजरायल के निर्यात में हवाई रक्षा प्रणालियां (48%), वाहन (9%), और उपग्रह प्रणालियां (8%) प्रमुख रहीं। ड्रोन निर्यात 2022 के 25% से घटकर 1% रहा। रूस के हथियार निर्यात में 92% की गिरावट ने इजरायल को एशिया और अरब देशों में अवसर दिए। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 56.8% सौदे 100 मिलियन डॉलर से अधिक के थे। गाजा युद्ध में इस्तेमाल हुए आयरन डोम जैसे सिस्टम की मांग बढ़ी।
अंतरराष्ट्रीय दबाव और चुनौतियां
गाजा में 20 महीने से चल रहे युद्ध के कारण इजरायल की आलोचना बढ़ी है। संयुक्त राष्ट्र और कई यूरोपीय देशों ने मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया। स्पेन ने रक्षा सौदे रद्द किए, और फ्रांस ने प्रदर्शनियों में इजरायली कंपनियों को शामिल नहीं किया। फिर भी, जर्मनी ने हथियार आपूर्ति जारी रखने का वादा किया। इजरायल के रक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज ने कहा कि वैश्विक मांग उनकी तकनीक की ताकत को दर्शाती है।
रक्षा उद्योग की ताकत
इजरायल की रक्षा कंपनियां, जैसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज, एल्बिट सिस्टम्स, और राफेल, ने आपातकालीन मोड में उत्पादन बढ़ाया। ये कंपनियां इजरायल डिफेंस फोर्सेज और विदेशी ग्राहकों दोनों को आपूर्ति कर रही हैं। 2024 में इन कंपनियों के ऑर्डर बैकलॉग 25 बिलियन, 22.6 बिलियन, और 17.7 बिलियन डॉलर तक पहुंचे। इजरायल की तकनीकी श्रेष्ठता ने वैश्विक बाजार में उसकी स्थिति मजबूत की।
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