सिंधु जल विवाद: बिलावल भुट्टो ने भारत को दी युद्ध की धमकी, दोनों देशों में बढ़ा तनाव
Pakistan News: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने सिंधु जल विवाद को लेकर भारत के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। जर्मनी के समाचार आउटलेट डीडब्ल्यू उर्दू को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि यदि भारत सिंधु नदी का पानी रोकता है, तो पाकिस्तान के पास युद्ध के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पाकिस्तान आर्थिक संकट और कूटनीतिक अलगाव से जूझ रहा है।
भारत का कड़ा रुख
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, और भारत ने इसके लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को जिम्मेदार ठहराया। भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसके साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए गए और अटारी-वाघा सीमा बंद कर दी गई। भारत का कहना है कि आतंकवाद और पानी का प्रवाह अब एक साथ नहीं चल सकता।
बिलावल का भड़काऊ बयान
बिलावल ने सिंधु जल विवाद को संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताते हुए भारत पर जल आक्रामकता का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि भारत पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों को समर्थन दे रहा है। हालांकि, पाकिस्तान का आतंकवाद को पनाह देने का इतिहास जगजाहिर है। बिलावल का यह बयान पाकिस्तान की हताशा को दर्शाता है, जहां पानी और बिजली का संकट गहराता जा रहा है।
पाकिस्तान की आंतरिक चुनौतियां
पाकिस्तान की आधी आबादी को साफ पानी तक उपलब्ध नहीं है। इस्लामाबाद सहित कई शहर पानी की कमी से जूझ रहे हैं। बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में बगावत की आवाजें तेज हो रही हैं। बिलावल का युद्ध का बयान आंतरिक असंतोष को भारत की ओर मोड़ने की कोशिश माना जा रहा है। उनकी पार्टी पर घरेलू मुद्दों से ध्यान भटकाने का दबाव है।
वैश्विक मंचों पर अलगाव
बिलावल की अगुवाई में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका और यूरोप में समर्थन जुटाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कटु आलोचना का सामना करना पड़ा। अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगाने की सलाह दी। बिलावल का यह बयान सिंधु जल विवाद को वैश्विक मंच पर उठाने की नाकाम कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
#indusWater #pakistanIndia