शिमला: आपदा प्रबंधन नियमों की अवहेलना पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जानें पूरा मामला
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शिमला: आपदा प्रबंधन नियमों की अवहेलना पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जानें पूरा मामला
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देव भूमि संघर्ष समिति 11 सितंबर को करेगी सरकार का अर्ध पिंडदान, जानें संयोजक विजय शर्मा ने क्या बताया कारण
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शिमला: भाजपा महिला मोर्चा आज कांग्रेस नेताओं के खिलाफ करेगा धरना प्रदर्शन, जानें कारण
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शिमला: सेब से लदे ट्रक में लगी आग, ड्राइवर और कंडक्टर की सतर्कता से बच गई जान
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शिमला न्यूज़: नगर निगम ने 1.13 करोड़ में विजिलेंस थाने के लिए दी जमीन, लोगों को शिकायत दर्ज करने में होगी सुविधा
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शिमला: अवैध सिलेंडर आपूर्ति पर प्रशासन की कार्रवाई, 372 सिलेंडर जब्त
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यौन उत्पीड़न: प्रिंसिपल के महिला कर्मी को कई बार बनाया हवस का शिकार, अश्लील फोटो भी खींचे; मामला दर्ज #News #sexual #harassment #shimlanews
यौन उत्पीड़न: प्रिंसिपल के महिला कर्मी को कई बार बनाया हवस का शिकार, अश्लील फोटो भी खींचे; मामला दर्ज
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के ठियोग में एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगे। एक महिला कर्मी ने बताया कि प्रिंसिपल ने उसका यौन उत्पीड़न किया। उसने पुलिस को शिकायत दी कि 12 सितंबर 2024 से वह माहोरी के स्कूल में काम कर रही थी। आरोपी ने जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए और नग्न तस्वीरें लीं। पुलिस ने धारा 64, 74, 79 समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया।
महिला की शिकायत
महिला कर्मी ने बताया कि प्रिंसिपल ने कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया। अलग-अलग जगहों पर उसने जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। मार्च 2025 में जब उसने विरोध किया, तो आरोपी ने उसे बेल्ट से पीटा। 24 मई 2025 को वह उसके कमरे में घुसा और दरवाजा तोड़ दिया। महिला ने डर के कारण पहले चुप्पी साधी, लेकिन बाद में हिम्मत कर पुलिस में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। हिमाचल पुलिस
स्कूलों में बढ़ते मामले
हिमाचल के स्कूलों में यौन उत्पीड़न के मामले चिंता बढ़ा रहे हैं। सिरमौर में एक मैथ्स टीचर ने 24 छात्राओं को निशाना बनाया। सोलन के अर्की में 53 साल के टीचर ने छोटी बच्चियों के साथ छेड़छाड़ की। सिरमौर में ही एक हिंदी टीचर पर छह छात्राओं ने आरोप लगाए। इन घटनाओं ने स्कूलों में बच्चों और कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल उठाए। पुलिस ने सभी मामलों में कार्रवाई की। राइट न्यूज़ इंडिया
लापता बुजुर्ग: शिमला के कनलोग में मिला संजोगता नाग का शव, छह दिन से की जा रही थी तलाश #News #missing #elderly #shimlanews
लापता बुजुर्ग: शिमला के कनलोग में मिला संजोगता नाग का शव, छह दिन से की जा रही थी तलाश
Himachal News: शिमला में लापता बुजुर्ग संजोगता नाग का शव कनलोग नाले में मिला। 76 वर्षीय महिला 19 जून से लापता थीं। पुलिस ने छह दिन तक ड्रोन और टीमों के साथ तलाश की। मंगलवार को नाले के पास चश्मा और फिर शव मिला। संकटमोचन की रहने वाली संजोगता को भूलने की बीमारी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। जांच में मौत के कारणों का पता लगाया जाएगा।
सघन तलाश और शव की बरामदगी
पुलिस ने लापता बुजुर्ग की तलाश में कई टीमें बनाईं। ड्रोन की मदद से शिमला के अलग-अलग इलाकों में खोजबीन हुई। पांच दिन तक कोई सुराग नहीं मिला। मंगलवार को कनलोग के सुनसान पगडंडी रास्ते पर पुलिस को चश्मा मिला। पास ही संजोगता का शव नाले में पाया गया। शव पर चोट के निशान नहीं थे। पुलिस ने एफएसएल टीम के साथ साक्ष्य जुटाए। जांच तेजी से चल रही है।
जंगल में भटकने का अनुमान
लापता बुजुर्ग संजोगता नाग के शव वाला रास्ता सुनसान और जंगली है। यह पगडंडी गहरे जंगल से गुजरती है। लोगों की आवाजाही वहां न के बराबर है। पुलिस का मानना है कि संजोगता रास्ता भटककर जंगल में पहुंच गईं। संभवतः असंतुलन के कारण वह नाले में गिर गईं। उनकी भूलने की बीमारी ने स्थिति को और जटिल किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तलाश को कनलोग पर केंद्रित किया था।
आईजीएमसी में हुई थीं लापता
संजोगता नाग 19 जून को परिजनों के साथ आईजीएमसी अस्पताल आई थीं। जांच के दौरान वह अचानक लापता बुजुर्ग हो गईं। उनकी भूलने की बीमारी के कारण परिजन चिंतित थे। कनलोग में सीसीटीवी फुटेज में उन्हें अकेले चलते देखा गया। इसके बाद पुलिस ने तलाश तेज की। एसएसपी संजीव कुमार गांधी ने कहा कि सर्च ऑपरेशन में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। अब पोस्टमार्टम से मौत के कारणों का पता चलेगा।
चिट्टा तस्करी: शिमला के जुब्बल में पुलिस थाने से आरोपी मनीष फरार, तलाश में छापेमारी तेज
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में चिट्टा तस्करी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जुब्बल थाने से एक आरोपी, मनीष, पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। यह घटना बुधवार शाम की है, जब उसे कोर्ट पेशी के बाद थाने लाया जा रहा था। इस हादसे ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, और लोग चिंतित हैं कि नशा तस्करी का यह खतरा कैसे रुकेगा।
हादसे का पूरा विवरण
पुलिस ने मंगलवार को जुब्बल निवासी मनीष पुत्र अशोक कुमार और विक्रांत को चिट्टा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। उनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ। बुधवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के बाद, थाने लौटते समय मनीष ने शौच का बहाना बनाया और दीवार फांदकर झाड़ियों में भाग गया। विक्रांत भी भागने की कोशिश में था, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
मनीष के फरार होने से पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। थाने के पास ही आरोपी के भागने ने स्थानीय लोगों में डर पैदा कर दिया है। पुलिस ने तुरंत वायरलेस पर अलर्ट जारी किया और मनीष की तलाश में टीमें गठित कीं। उसके ठिकानों और रिश्तेदारों के घरों पर छापेमारी चल रही है। पुलिस अधीक्षक शिमला ने फरार आरोपी को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं।
नया मामला दर्ज
मनीष के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 262 और 3(5) के तहत एक और मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही मनीष को पकड़ लेगी। विक्रांत को हिरासत में रखकर पूछताछ की जा रही है। यह घटना हिमाचल में बढ़ते नशा तस्करी के मामलों को और गंभीर बनाती है।
हिमाचल में चिट्टा का खतरा
हिमाचल में चिट्टा तस्करी की समस्या गंभीर हो रही है। हाल के महीनों में शिमला जिले में 51 चिट्टा से जुड़े मामले दर्ज हुए हैं। पुलिस ने 2025 में अब तक 597 NDPS मामले दर्ज किए, जिनमें 305 चिट्टा से संबंधित हैं। यह आंकड़ा युवाओं के भविष्य और समाज की सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी है।
स्थानीय लोगों की चिंता
चिट्टा तस्करी और इस तरह की घटनाएँ स्थानीय लोगों में डर पैदा कर रही हैं। मनीष के फरार होने से लोग सवाल उठा रहे हैं कि पुलिस कैसे इतने खतरनाक अपराधी को नहीं संभाल पाई। परिवार और युवा चाहते हैं कि नशे के इस जाल से उनकी सुरक्षा हो और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हो।
शिमला में संदिग्ध मौत: मृत्यु जांच में फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए गए, जानें पूरा मामला
Himachal News: शिमला के संजौली में एक व्यक्ति का शव मिलने से हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान दाड़लाघाट, सोलन के संजीव गुप्ता के रूप में हुई। वह संजौली में किराए के कमरे में रहता था। पुलिस ने मृत्यु जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
मृत्यु जांच की शुरुआत
वीरवार को पुलिस को फोन पर सूचना मिली। शिकायतकर्ता ने बताया कि शर्मा बेकरी के नीचे, आईसीआईसीआई बैंक एटीएम के सामने सीता भवन में बदबू आ रही थी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। जांच में पता चला कि कमरा संजीव गुप्ता का था। दरवाजा खुला था।
शव की स्थिति
पुलिस ने कमरे में प्रवेश किया। संजीव गुप्ता बेड पर बेसुध पड़ा था। उसका चेहरा काला पड़ चुका था। शरीर फूल गया था। वह मृत प्रतीत हो रहा था। पुलिस ने तुरंत शव को कब्जे में लिया। मृत्यु जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया।
फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम
फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने बताया कि मौत के कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं। पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट से ही स्थिति साफ होगी। जांच में कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है।
परिवार की मौजूदगी
पुलिस ने संजीव के परिवार से संपर्क किया। उनके भाई विकास गुप्ता, अनिल गुप्ता और अनिल के बेटे लक्ष्य गुप्ता मौके पर पहुंचे। परिवार की मौजूदगी में कमरे और शव का निरीक्षण किया गया। पुलिस ने परिवार के बयान दर्ज किए। मृत्यु जांच में परिवार का सहयोग लिया जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने निम्नलिखित कदम उठाए:
संदिग्ध परिस्थितियां
संजीव गुप्ता की उम्र करीब 59 साल थी। वह अकेले किराए के कमरे में रहता था। कमरे से बदबू की शिकायत ने पुलिस का ध्यान खींचा। प्रारंभिक जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
जनता से अपील
पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। किसी भी जानकारी के लिए थाने से संपर्क करने को कहा गया है। शिमला पुलिस ने आश्वासन दिया कि मृत्यु जांच में पारदर्शिता बरती जाएगी।
हिमाचल में बनेगा राजस्थान के मुख्यमंत्री से बड़ा कार्यालय, जानें क्या क्या सुविधाएं होगी उपलब्ध
Himachal News: राजस्थान के मुख्यमंत्री का नया कार्यालय बना है और दूसरे राज्यों के सीएम से काफी ज्यादा बड़ा व भव्य है, मगर उससे भी बड़ा कार्यालय अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का होगा, जिसका कार्य शुरू हो गया है। कार्यालय में सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद होगी। इसके साथ कई दूसरी सुविधाएं यहां सीएम कार्यालय में उपलब्ध होंगी, जिनमें कॉन्फ्रेंस हॉल काफी ज्यादा बड़ा होगा, तो वहीं वीआईपी लाउंज अलग से होगा।
पहली बार सीएम कार्यालय को बेहतरीन और भव्य बनाने पर काम चल रहा है, जो कि जून महीने तक पूरा कर लिया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसका टारगेट तय कर दिया है। इस पर 19 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। इन दिनों सचिवालय के बाहर निर्माण कार्य चल रहा है। जिस जगह पर यह निर्माण हो रहा है, वह ठीक सीएम ऑफिस के साथ है और यहां पर सचिवालय के कर्मचारियों के पुराने मकान थे।
उन कर्मचारियों को यहां से शिफ्ट कर दिया गया है। अभी उनके स्टाफ में तैनात अधिकारियों के कार्यालय भी सीएम ऑफिस से कुछ दूरी पर हैं। अभी सीएम ऑफिस की कुछ शाखाएं दूसरे फ्लोर में हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय का पूरा स्टाफ, जिसमें सचिव मुख्यमंत्री, विशेष सचिव, अतिरिक्त सचिव, सहित सभी शाखाएं एक ही जगह पर होंगी। पूरा कार्यालय वाईफाई से लैस होगा। लोगों को मिलने के लिए अलग से स्थान चिन्हित किया जाएगा, ताकि लोग आराम से आ सकेंं। मुख्यमंत्री की गाडिय़ों के प्रवेश द्वार और साथ लगती खाली जगह, बिजली बोर्ड के काउंटर और लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए बनाए गए हॉल को हटाकर यहां नया भवन होगा। अभी रिसेप्शन पुराने स्थान पर ही रहेगी।
कान्फ्रेंस हॉल के साथ बनाया जाएगा वीआईपी लाउंज
मुख्यमंत्री का जो नया कार्यालय होगा, उसमें 50 लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था होगी। कान्फ्रेंस हॉल में भी 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। वीआईपी लाउंज में भी अलग से 10 से 15 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। इसके साथ ही तीन मंजिला पार्किंग बनेगी, जिसमें 50 वाहनों को पार्क करने की क्षमता होगी। इसमें मुख्यमंत्री व उनके काफिले की गाडिय़ों के साथ ही मंत्रियों के वाहन भी यहीं पार्क होंगे।
सीएम गाड़ी से उतरेंगे और सीधे कमरे में पहुंच जाएंगे
अभी जो मुख्यमंत्री का कार्यालय है, उसमें करीब 20 लोग ही बैठ पाते हैं, जबकि सीएम के कान्फ्रेंस हॉल में ही 10 से 12 कुर्सियां मुश्किल से लग पाती हैं। नया कार्यालय तैयार होने के बाद मुख्यमंत्री का काफिला सीधे सीएम कार्यालय के गेट तक आएगा। वहीं, पर सीएम वाहन से उतरेंगे और अपने कमरे में पहुंच जाएंगे। उनको नीचे की ओर से वाहन में उतरकर लिफ्ट में अंदर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मतियाना में आधी रात को गहरी खाई में गिरी कार, किन्नौर के तीन युवकों की हुई मौत
Shimla News: नए साल की पूर्व संध्या पर शिमला के मतियाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। जिसमें किन्नौर के तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा नेशनल हाईवे पर मतियाना के पास पेट्रोल पंप के समीप हुआ, जब एक कार गहरी खाई में गिर गई। हादसा रात करीब 11:30 बजे हुआ, जब कार शिमला से रामपुर की ओर जा रही थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कार अनियंत्रित होकर सड़क से फिसलते हुए गहरी खाई में जा गिरी। हादसे के तुरंत बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग और स्थानीय प्रशासन दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन तब तक तीनों युवकों की मौत हो चुकी थी।
हादसे में जान गंवाने वाले तीनों युवक किन्नौर जिले के रहने वाले हैं। हालांकि खबर लिखे जाने तक उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना देकर पहचान प्रक्रिया तेज कर दी है।
नए साल की पूर्व संध्या पर मातम
नए साल का जश्न मनाने के बजाय तीन परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। हादसे की खबर सुनकर मृतकों के परिजन गहरे सदमे में हैं। बताया जा रहा है कि तीनों युवक किसी निजी कार्य से शिमला आए थे और रामपुर लौट रहे थे।
पुलिस कर रही जांच
ठियोग पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण चालक की लापरवाही और तेज गति बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है। डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने हादसे की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मृतकों की शिनाख्त की जा रही है। इस हादसे को लेकर ठियोग पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।
हिमाचल में बुजुर्ग ही नहीं युवा भी हो रहे हार्ट अटैक के शिकार, 31 सालों में 111 फीसदी बढ़े मामले; जानें पूरी डिटेल
Himachal Pradesh News: शुद्ध आबोहवा, शांत वातावरण वाले हिमाचल में हृदय रोगी लगातार बढ़ रहे हैं। पहले ज्यादातर बुजुर्ग ही हार्ट अटैक और अन्य कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से ग्रसित होते थे। लेकिन अब 20 से 40 आयु वर्ग के युवा भी इसकी जकड़ में आ रहे हैं।
ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (आईएचएमई) की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 14.29 फीसदी मौतों का कारण हृदय रोग है, जो राष्ट्रीय औसत 13.20 फीसदी से अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल हृदय रोग के मामले में देश में पांचवें स्थान पर है, जबकि उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के मामलों में यह दूसरे पायदान पर है। तेजी से बदलती जीवन शैली, शहरीकरण, आहार में आए बदलाव ने इस चुनौती को और बढ़ा दिया है। वैश्विक स्वास्थ्य मापदंडों के अनुसार हिमाचल में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (सीएडी) मौत का प्रमुख कारण बन चुका है।
वहीं, प्रदेश में पिछले 31 साल में 111 फीसदी हृदय रोग के मामले बढ़े हैं। यह आंकड़े युवा वर्ग के लिए भी बड़ी चेतावनी हैं, जो पहले इन बीमारियों से खुद दूर समझे जाते थे। शहरी क्षेत्रों जैसे शिमला और धर्मशाला के आंकड़े ज्यादा गंभीर हैं।
युवा हो रहे दिल के रोगी
शहरीकरण ने हिमाचल में जीवनशैली को बदल दिया है। अब युवा वर्ग विशेष रूप से शहरों में अधिक उच्च कैलोरी वाले जंक फूड का सेवन करता है और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण मोटापे और हृदय रोगों का शिकार हो रहा है। पारंपरिक आहार शैली में साबुत अनाज, दालें और ताजे फल और सब्जियां शामिल थीं, लेकिन अब अधिकतर लोग प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, चीनी वाले पेय और जंक फूड्स का सेवन कर रहे हैं, जिससे मोटापा और कोलेस्ट्रॉल की समस्या बढ़ी है। युवा वर्ग में धूम्रपान और अन्य नशे की आदतों का बढ़ता प्रभाव हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ा रहा है।
ऐसे बचें हार्ट अटैक से
नियमित सैर, दौड़, साइकलिंग और तैराकी से दिल को सेहतमंद बनाया जा सकता है। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए। पारंपरिक हिमाचली आहार लें। तली-भुनी चीजों, ज्यादा चीनी और प्रोसेस्ड स्नैक्स से बचना चाहिए। नींद को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि खराब नींद से उच्च रक्तचाप, मोटापा और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। योग, ध्यान और काउंसलिंग युवाओं को तनाव से निपटने में मदद कर सकती हैं। रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा स्तर की नियमित जांच कराना चाहिए, विशेषकर अगर परिवार में हृदय रोग का इतिहास हो।
हिमाचल में युवाओं में हृदय रोग का बढ़ता खतरा एक गंभीर चुनौती है। यदि समय रहते इसे समझा जाए और उचित कदम उठाए जाएं, तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग और कम्यूनिटी को मिलकर हृदय रोग के खिलाफ लोगों को जागरूक करना होगा- डॉ. विकास कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी विभाग, एम्स बिलासपुर
भुंडा महायज्ञ में जानवर काटे तो जमानत के भी पड़ जाएंगे लाले, जानें किन धाराओं में होगी कार्यवाही
Himachal News: शिमला के रोहड़ू में हो रहे भुंडा महायज्ञ को लेकर कानूनी नोटिस जारी क्योंकि चुका है। क्योंकि शंका है कि यहां पर कार्यक्रम के दौरान सैकड़ों पशुओं को काटा जाएगा तथा बलि दी जाएगी। जिसके खिलाफ कई पशु प्रेमी उतर चुके है। इस मामले में हिमाचल की जनता भी दो भागों में बंट चुकी है। जिसमें एक भाग पारंपरिक बलि प्रथा का समर्थन कर रहा है, जबकि दूसरे लोग बलि प्रथा के खिलाफ खड़े हुए है।
भुंडा महायज्ञ के कारण प्रदेश में अजीब सी स्थिति देखने को मिल रही है, जहां लोग सरेआम भारतीय कानून, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेशों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे है। जो देश की कानून व्यवस्था के लिए कतई सही नहीं है।
भुंडा महायज्ञ में सैकड़ों जानवरों की काटा जाता है तो हिमाचल हाई कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करना, सरकारी कार्य में बाधा डालना, और जनता को भड़काने या उकसाने जैसे मामलों में भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत निम्नलिखित धाराएं लागू हो सकती हैं:
1. अदालत की अवमानना (Contempt of Court)
2. सरकारी कार्य में बाधा डालना
3. जनता को उकसाने और भड़काने का मामला
4. अवैध जमावड़ा (Unlawful Assembly)
5. सरकारी आदेशों का उल्लंघन
बेल का प्रावधान:
राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता रद्द करने का मामला:
भुंडा महायज्ञ: सैकड़ों पशुओं की बलि की संभावना को लेकर कानूनी नोटिस जारी, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना करवाने की मांग
Shimla News: शिमला जिले के रोहड़ू क्षेत्र में स्पैल घाटी में बकरालू देवता के भुंडा महायज्ञ के दौरान कथित तौर पर सैकड़ों पशुओं की बलि की संभावना को लेकर आयोजकों को कानूनी नोटिस दिया गया है। यह महायज्ञ 2 जनवरी से 5 जनवरी, 2025 तक आयोजित होने वाला है।
पशु अधिकार कार्यकर्ता गौरी मौलेखी की ओर से उनके अधिवक्ता ने शिमला जिला और रोहड़ू प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए नोटिस भेजा है कि हिमाचल प्रदेश में पशु बलि पर उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का पालन किया जाए।
नोटिस में कहा गया है कि महायज्ञ में बकरों और भेड़ों की बलि प्रस्तावित है, जो पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 (PCA Act) और उच्च न्यायालय के 2014 के फैसले का उल्लंघन है। सर्वोच्च न्यायालय ने 2017 में दिए गए अपने एक निर्णय में स्पष्ट किया था कि पशु वध केवल कानूनी रूप से स्वीकृत क्षेत्रों में ही किया जा सकता है। इसके अलावा, मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर पशु बलि पर भी प्रतिबंध लगाया गया था।
नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि अगर ऐसी प्रथा की अनुमति दी जाती है तो इसके लिए नगरपालिका अधिकारियों की पूर्व अनुमति और भारत के पशु कल्याण बोर्ड के प्रतिनिधियों की निगरानी आवश्यक है। नोटिस के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के इन निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।
इसके तहत उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और रोहड़ू के उप-मंडलाधिकारी से मंदिर परिसर और सार्वजनिक स्थलों की जांच कर यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कोई अवैध पशु बलि न हो। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि यदि आदेशों का पालन नहीं किया गया तो संबंधित अधिकारियों और व्यक्तियों के खिलाफ न्यायालय की अवमानना अधिनियम, 1971 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि अंतिम बार भुंडा महायज्ञ 39 वर्ष पहले दलगांव मंदिर में हुआ था। इस बार लगभग 5 लाख लोगों के भाग लेने की संभावना है और अनुमानित बजट 100 करोड़ रुपये है। इस परंपरा का विशेष आकर्षण “मौत की घाटी” को पार करने वाला व्यक्ति है, जो 9वीं बार यह साहस करेगा।
हालांकि, यह धार्मिक अनुष्ठान अब परंपराओं और कानून व नैतिक मूल्यों के बीच बहस का कारण बन गया है। पशु अधिकार कार्यकर्ता लगातार इस प्रथा का विरोध करते हुए इसे क्रूर और कानून का उल्लंघन मानते हैं।
हिमाचल में केवल पात्र लोग ही होंगे बीपीएल सूचियों में शामिल, अप्रैल 2025 में शुरू होगी संशोधन प्रक्रिया
CM Sukhwinder Singh Sukhu: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश में अप्रैल, 2025 में बीपीएल परिवारों (BPL Family) की सूची में संशोधन की प्रक्रिया शुरू होगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बीपीएल सूची में केवल पात्र परिवारों को ही सम्मिलित करना सुनिश्चित किया जाए तथा इस संबंध में नए मापदंड तैयार किए जाएं। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि इन मापदंडों को 5 जनवरी, 2025 से पहले तैयार करना सुनिश्चित किया जाए तथा इसके उपरांत इस संबंध में मंत्रिमंडल से स्वीकृति ली जाएगी। नए दिशा-निर्देशों को जनवरी, 2025 में होने वाली ग्राम सभा में आम जनता के साथ साझा किया जाएगा।
सीएम सुक्खू ने ग्रामसभा द्वारा अनुशंसित बीपीएल परिवारों की सूचियों का सत्यापन करने के लिए उपमंडल स्तर पर उप-मंडलाधिकारी तथा खण्ड विकास अधिकारी की दो सदस्यीय समिति गठित करने के निर्देश दिए ताकि पूर्ण प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो। उन्होंने पात्र बीपीएल परिवारों की पहचान करने के लिए एक मजबूत तंत्र बनाने पर बल दिया ताकि इन परिवारों को लाभ से वंचित न होना पड़े। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बीपीएल परिवारों के चयन के लिए वार्षिक आय (Annual Income) में संशोधन पर विचार कर रही है।
आपत्ति संबंधित उपायुक्त और मंडलायुक्त को प्रस्तुत करें
सीएम ने कहा कि बीपीएल परिवारों की अंतिम सूची से संबंधित कोई भी आपत्ति संबंधित उपायुक्त और मंडलायुक्त को प्रस्तुत की जा सकती हैए उनके पास इन शिकायतों की समीक्षा और समाधान करने का अधिकार होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आर्थिकी सुदृढ़ करने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों के विभिन्न उत्पादों के प्रदर्शन और होम डिलीवरी के लिए एक वेबसाइट भी शुरू की जाएगी। बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह (Anirudh Singh) सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग राजेश शर्मा, निदेशक राघव शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
हिमाचल के पांच जिलों में शीतलहर का प्रकोप जारी, IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट; 2 जनवरी से फिर होगी बर्फबारी
Himachal News: प्रदेश में रविवार को धूप के खिलने के बावजूद ठंड का प्रकोप जारी है। हालांकि दिन में धूप से कुछ ठंड में अवश्य राहत मिली है। मौसम विभाग ने आगे भी शीतलहर का प्रकोप जारी रहने का अनुमान लगाया है।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार 2 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जिसके कारण पांच जनवरी तक ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात व अन्य स्थानों में वर्षा की संभावना जताई गई है।
जबकि पांच जिलों ऊना, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में शीतलहर को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट आने का अनुमान है। जबकि धूपे के खिलने से अधिकतम तापमान में कुछ वृद्धि हो सकती है।
धूप खिलने से तापमान में बढ़ोत्तरी
रविवार को धूप के खिलने से चार से 8 डिग्री तक तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। बरठीं व बजौरा में आठ डिग्री से अधिक, हमीरपुर, बिलासपुर व कांगड़ा में सात डिग्री से अधिक, शिमला व मनाली में 6 डिग्री से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 300 के करीब सड़कें बंद हैं जिसमें अधिकतर लिंक रोड हैं। न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
बंद सड़को की जानकारी साझा नहीं होगी
विशेष सचिव राजस्व व निदेशक आपदा प्रबंधन डीसी राणा ने बताया कि सड़कों के बंद होने की जानकारी के कारण पर्यटकों की आमद प्रभावित हो रही थी। इसलिए सड़कों की जानकारी साझा नहीं की जाएगी। दूर दराज के लिंक रोड खुल रहे हैं और बंद हो रहे हैं।
जबकि ये जानकारी इंटरनेट मीडिया पर सर्कुलेट हो रही है कि हिमाचल में सब बंद इसका उल्टा असर हो रहा था। सड़कों के बंद होने की जानकारी विभागों की आपसी प्रकिया है जिससे उन्हें खोला जा सके। पर्यटक न आने से इसका नुकसान हो रहा था।
छितकुल में फंसे 50 पर्यटक
किन्नौर जिले में दो दिन हुए हिमपात से पर्यटन स्थल छितकुल में करीब 50 पर्यटक फंसे हुए हैं। मार्ग बंद होने के कारण पर्यटक होटलों व गेस्ट हाउस से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। फंसे हुए पर्यटकों में से दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
हालांकि स्थानीय पीएचसी में तैनात चिकित्सक उन्हें उपचार दे रहे हैं लेकिन आवश्यक दवाओं के अभाव में दोनों को पर्याप्त लाभ नहीं मिल पा रहा है। छितकुल में करीब दो फीट हिमपात हुआ है। हरियाणा निवासी पर्यटक शुभम भारद्वाज की हालत काफी गंभीर है।
नायब तहसीलदार सांगला अशोक मेहता ने कहा कि शुभम को छितकुल से निकाल सांगला स्थित सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद रामपुर स्थित खनेरी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है। ठंड के कारण शुभम भारद्वाज के हाथ ने काम करना बंद कर दिया है व उसे चक्कर भी आ रहे हैं।
प्रदेश में तापमान
स्थान न्यूनतम अधिकतम
शिमला 3.4 13.0
सुंदरनगर 7.9 20.0
भुंतर 4.0 18.3
कल्पा -3.4 4.2
धर्मशाला 4.4 16.9
ऊना 5.0 21.6
नाहन 6.6 19.9
सुक्खू सरकार ने 3 रुपए किलो के हिसाब से खरीदा 378 किलो गोबर, 100 किसानों को हुआ लाभ
Himachal Govt start Purchasing Cow Dung: हिमाचल सरकार ने अपनी दस गारंटियों (Ten Guarantees) में से गोबर खरीद की गारंटी ( Cow Dung Purchase Guarantee) को पूरा करते हुए दस जिलों में गोबर की खरीद शुरू कर दी है।
11 दिसंबर को सरकार के दो साल पूरा होने पर गोबर खरीद को हरी झंडी दिखाई थी। सरकार ने अभी तक 100 किसानों से 378 क्विंटल खाद खरीद ली है। किन्नौर और लाहुल स्पीति दो कबायली जिलों को छोड़कर दस जिलों में गोबर की खरीद शुरू कर दी है। ये जानकारी कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार (Agriculture Minister Choudhary Chandra Kumar)ने दी है।
उन्होंने कहा कि किसानों से पांच और दस किलो के पैकेट में गोबर खाद (Cow dung in five and ten kilo packets)खरीदा जा रहा है। ठेकेदार को पांच रुपए किलो के हिसाब से एकत्रित करने और ट्रांस्पोर्ट के दिए जा रहे हैं। आगे सरकार इसको 11 से12 रुपए किलो के हिसाब से बेचेगी।
हालांकि सरकार ने दो रुपए किलो के हिसाब से गोबर खरीद की गारंटी दी थी। अब तीन किलो के हिसाब से खरीदे रहें हैं। लेकिन किसान( farmer) अब 5 से आठ रुपए किलो के हिसाब गोबर बेचने की बात कह रहे हैं। यदि गोबर खरीद का अच्छा रिस्पॉन्स (Response)रहा तो रेट बढ़ाने के बारे में सोचेंगे।