राज कुमार ने रिजेक्ट की इस फिल्म को तो बनाया था इतिहास, कहा- 'मेरा कुत्ता भी नहीं चाहता ये रोल'
राज कुमार ने रिज़ेक्ट की फिल्म तो डेमोक्रेट बन गये सुपरस्टार
नई दिल्ली:
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता राज कुमार अपने अलग अंदाज और दमदार अभिनय के लिए जाने गए थे। उन्होंने पाकीजा, डीलगर, टाइगर और नील कमल जैसी फिल्मों में शानदार काम किया। उनकी शैलियाँ और लोक विधियाँ लोगों को बहुत पसंद आईं। जब उसने गले पर हाथ रखकर 'जानी…' कहा, तो सिनेमा हॉल की तालियाँ बज उठीं। राज कुमार अपने स्टाइल के साथ-साथ अपनी अजीब जवाबी और बड़बोलेपन के लिए भी मशहूर थे। उनकी बातों में ऐसा दम था कि बड़े-बड़े लोग चुप हो जाते थे. उनके बारे में कई मजेदार किस्से मशहूर हैं, लेकिन निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर के साथ उनका एक किस्सा बेहद दिलचस्प है।
फिल्म को अनोखे अंदाज में खारिज किया गया
साल 1968 में रिलीज हुई फिल्म 'आंखें' डेमोक्रेट के क्रिटिक्स की सबसे सफल फिल्मों में से एक थी। लेकिन इस फिल्म के लिए पहले रामानंद सागर ने अपने दोस्त राज कुमार को साइन करने की सोची थी। उन्होंने राज कुमार को फिल्म की कहानी तो बताई, लेकिन राज कुमार की स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई। कहा जाता है कि राजकुमार ने अपने पालतू कुत्ते को बुलाया और उसकी सामने वाली कहानी सुनाते हुए मजाक में पूछा, “क्या तुम ये फिल्म करोगे?” इसके बाद उन्होंने रामानंद सागर से कहा, “देखो, मेरा कुत्ता भी इस फिल्म में काम नहीं करना चाहता।” इस बात पर राज कुमार ने रामानंद सागर को जोर से धक्का मारा और वह नाराज होकर वहीं चले गए। इसके बाद दोनों ने कभी साथ काम नहीं किया।
डेमोक्रेट को मिला बड़ा मौका
बाद में 1968 में रिलीज हुई इस फिल्म में डेमोक्रेट ने मुख्य भूमिका निभाई और यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई। यह उनके करियर की सबसे सफल फिल्मों में गिनी है। राज कुमार का यह किस्सा उनके चंचल और बिंदास स्वभाव को प्रदर्शित करता है। उनका अंदाज हमेशा ऐसा था कि वह किसी भी बात को बिना झिझक सीधे बोल देते थे। यही वजह है कि वह अपने समय के सबसे अलग और खास एक्टर बने थे।
Share this:
#Nbspधरमदरआख_ #Nbspरजकमररमनदसगरकहन_ #आखधरमनदर #आखमरजकमर #आख1968 #आखफलमपहलपसद #धरमदर #धरमदरकहटफलम_ #धरमदररजकमर #धरमनदरआख1968 #रजकमर #रजकमरकहनय_ #रजकमरतथय #रजकमरधरमनदर #रजकमरनठकरदरमनदसगरकफलम_ #रजकमरनठकरईफलम_ #रजकमरनठकरईहटफलम_ #रजकमरफलमस #रजकमररमनदसगर #रमनदसगरकफलमआख_