विधायक से बदतमीजी के आरोप में बीजेपी नेता गिरफ्तार, बदमाशी का ऑडियो हो रहा वायरल
कान:
उत्तर प्रदेश के कानपुर की सीसा सीट पर समाजवादी पार्टी के नेता नसीम रचना ने एक बीजेपी नेता पर अपमान करने और खतरनाक सामान देने का आरोप लगाया है। नसीम सोलोमन में नोबेल विधायक बने हुए हैं। आरोप है कि बीजेपी नेता धीरज चन्ना ने विधायक नसीम दशम को फोन किया और दोनों के बीच जबरदस्ता बोला गया, जिसका ऑडियो वायरल हो गया है. इस मामले में पुलिस ने आधारभूत दल बीजेपी नेता को गिरफ्तार कर लिया है.
भाजपा नेता धीरज चड्ढा ने हाल ही में विधायक नसीम दास को फोन किया। धीरज चंदा ने अपोअवर नहीं जलाए जाने को लेकर नसीम युगल से अलग हो गए। धीरज का आरोप है कि सीसा के हिंदू इलाकों में अपाचे जल नहीं रहे हैं, जबकि नसीम का दावा है कि सीसा के हिंदुओं में अपाचे जल रहे हैं। दोनों के बीच इतना बढ़ गया कि वामपंथी नेताओं की भाषा पर प्रतिबंध लग गया। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही पूर्व विधायक और नसीम ख़ामोशी के पति अशला ख़ामोशी के साथ भी मंच पर वापसी की। इस दौरान नसीम एलसीडी ने भी कहा कि अपोजिट नहीं चिता न जलवा दे।
सबसे बढ़िया विकल्प ने बनाया मौसम
वहीं गुरुवार को सब्जी सोसायटी ने मठ स्वरूपनगर में धीरज चन्ना पर मकान की मांग को लेकर जोरदार धमाका किया। थाना प्रारूप नगर पुलिस ने धीरज चन्ना की शिकायत पर शुक्रवार सुबह गिरफ्तारी की।
वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के अभद्र टिप्पणी के विरोध में समाजवादी अल्पसंख्यक सभा ने कथित भाजपा नेता धीरज चन्ना की फोटो पर जूतों की माला पहनाकर फोटो जलाई। साथ ही साजिदा ने धीरज चन्ना मुर्दाबाद के नारे और सॉसेज मारे।
कठोर कार्रवाई की मांग की
इस मामले में उपाध्यक्ष नसीम ख़ाकी और उपाध्यक्ष मो हसन रूमी कमिश्नर आवासीय क्षेत्र। जहां उन्होंने कमिश्नर से बात करते हुए कहा कि धीरज चन्ना जैसे लोग समाज और महिलाओं के लिए बिजनेस करते हैं। ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई की मांग है। वहीं उनका कहना है कि कानपुर के कमिश्नर ने कपड़े पहने हुए आसन दिया है कि धीरज चन्ना के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। वहीं पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए धीरज चड्ढा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
पहले भी हो चुका है विवाद
यह पहली बार नहीं है, जब गणतंत्र को भाजपा नेता ने खतरनाक बना दिया है। आरोप है कि उनके कान के प्राचीन वनखंडेश्वर मंदिर में दर्शन करने के दौरान स्थानीय भाजपा नेताओं ने उन्हें फोन कर खतरा बताया था। नसीम मंदिर में जल चढ़ाने को लेकर स्थानीय भाजपा नेता को नागवार गुजरी और चन्ना ने फोन किया था, लेकिन उस समय नसीम दशम ने महादेव को माफ कर दिया था। और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
Share this:
#उतरपरदश_ #उततरपरदश #एसआईपनतनमसमसबदमज_ #नसमरचनसबदमज_ #नसमसलककसथबदसलक_ #बजपनतगरफतर #भजपनतगरफतर #सपवधयककसथबदसलक_ #सपवधयकनसमसलककसथबदसलक_ #सपवधयकसबदमज_