#westbengalnews

Mathrubhumi EnglishMathrubhumi_English
2025-10-17
Mathrubhumi EnglishMathrubhumi_English
2025-10-15

Police have ruled out gang-rape in the Durgapur medical student assault case. Officials say only one accused committed sexual assault, while the roles of others — including the victim’s friend — are still being examined. english.mathrubhumi.com/news/i

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2025-08-16

From gold to glory, everything is gone. Padma Shri swimmer Bula Chowdhury says thieves robbed her ancestral Hooghly home, taking her medals and career treasures english.mathrubhumi.com/news/i

Anwar Hashmihureraa
2025-04-27

Lok Sabha Election Results:লোকসভা ভোটে তৃণমূলের বড় জয়, কোন কোন হেভিওয়েট প্রার্থীরা বিপুল ভোটে এগিয়ে?

ABP Ananda LIVE: ২০২১-এর বিধানসভা ভোটের পর, ২০২৪-এর লোকসভা নির্বাচনেও গেরুয়া নয়, বাংলায় উঠল সবুজ ঝড়। বাংলায় ৩০ আসনকে টার্গেট করা বিজেপিকে থামতে হল সিঙ্গল ডিজিটে। লোকসভা ভোটে তৃণমূলের বড় জয়, কোন কোন হেভিওয়েট প্রার্থীরা বিপুল ভোটে এগিয়ে?

spinelessnews.com/lok-sabha-el

Anwar Hashmihureraa
2025-03-25

Adhaar Card Fraud Check : সুরক্ষিত আছে তো আপনার আধার কার্ড? জেনে নিন বাড়িতে বসেই । RPLUS NEWS

Adhaar Card Fraud Check : সুরক্ষিত আছে তো আপনার আধার কার্ড? জেনে নিন বাড়িতে বসেই । RPLUS NEWS

spinelessnews.com/adhaar-card-

मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-28

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बन रहे भारतीय पासपोर्ट, 6 लोग गिरफ्तार; 2 से 5 लाख बेचे थे नकली दस्तावेज

Kolkata News: कोलकाता पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय पासपोर्ट जारी किए जाने के मामले की जांच शुरू कर दी है। खुलासा हुआ है कि 73 भारतीय पासपोर्ट फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके बनाए गए, जिससे पुलिस और पासपोर्ट विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने विभिन्न नगरपालिकाओं और पंचायतों से इन दस्तावेजों में दर्ज पतों की जानकारी मांगी थी। जवाब में बताया गया कि दिए गए पते अस्तित्व में ही नहीं हैं।

फर्जी दस्तावेजों का हुआ इस्तेमाल

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ये पता चला है कि इन पासपोर्टों को बनाने में पश्चिम बंगाल बोर्ड की फर्जी मार्कशीट, एडमिट कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड और वोटर कार्ड का इस्तेमाल किया गया। जिन स्थानीय निकायों से जानकारी मांगी गई, उनमें बारासात नगरपालिका, बांगांव नगरपालिका और दत्तपुकुर के कदमबगाछी ग्राम पंचायत शामिल हैं। सभी ने इन पतों से संबंधित किसी भी दस्तावेज को जारी करने से इनकार किया है।

पासपोर्ट विभाग के साथ हुई बैठक

कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने शनिवार को मीडिया को बताया, “हमने विदेश मंत्रालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों पर पासपोर्ट विभाग के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की है। हमने पुलिस थानों के अधिकारियों को इन मामलों में सतर्क रहने और उचित जांच करने के निर्देश दिए हैं।”

छह आरोपी गिरफ्तार

अब तक इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम और डिटेक्टिव डिपार्टमेंट ने बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर थाना क्षेत्र के छोटो जगुलिया इलाके से मुख्तार आलम नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आलम 2021 में एक समान मामले में चूचूड़ा पुलिस द्वारा भी गिरफ्तार किया गया था।

कोलकाता पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय पासपोर्ट जारी किए जाने के मामले की जांच शुरू कर दी है। खुलासा हुआ है कि 73 भारतीय पासपोर्ट फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके बनाए गए, जिससे पुलिस और पासपोर्ट विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने विभिन्न नगरपालिकाओं और पंचायतों से इन दस्तावेजों में दर्ज पतों की जानकारी मांगी थी। जवाब में बताया गया कि दिए गए पते अस्तित्व में ही नहीं हैं।

फर्जी दस्तावेजों का हुआ इस्तेमाल

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ये पता चला है कि इन पासपोर्टों को बनाने में पश्चिम बंगाल बोर्ड की फर्जी मार्कशीट, एडमिट कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड और वोटर कार्ड का इस्तेमाल किया गया। जिन स्थानीय निकायों से जानकारी मांगी गई, उनमें बारासात नगरपालिका, बांगांव नगरपालिका और दत्तपुकुर के कदमबगाछी ग्राम पंचायत शामिल हैं। सभी ने इन पतों से संबंधित किसी भी दस्तावेज को जारी करने से इनकार किया है।

पासपोर्ट विभाग के साथ हुई बैठक

कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने शनिवार को मीडिया को बताया, “हमने विदेश मंत्रालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों पर पासपोर्ट विभाग के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की है। हमने पुलिस थानों के अधिकारियों को इन मामलों में सतर्क रहने और उचित जांच करने के निर्देश दिए हैं।”

छह आरोपी गिरफ्तार

अब तक इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम और डिटेक्टिव डिपार्टमेंट ने बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर थाना क्षेत्र के छोटो जगुलिया इलाके से मुख्तार आलम नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आलम 2021 में एक समान मामले में चूचूड़ा पुलिस द्वारा भी गिरफ्तार किया गया था।

पिछले हफ्ते, कोलकाता पुलिस ने पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था, जो पासपोर्ट रैकेट चलाने और फर्जी दस्तावेजों को 2 से 5 लाख रुपये में बेचने के आरोपी हैं। कोलकाता पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष जांच टीम का गठन किया है। यह जांच टीम फर्जी दस्तावेजों की जड़ तक पहुंचने और इस रैकेट में शामिल अन्य दोषियों को पकड़ने की दिशा में काम कर रही है।

#KolkataNews #newsIndia #WestBengalNews

मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-23

परिजनों या दोस्तों का बेटी के घर में ज्यादा समय रहना भी क्रूरता, अदालत ने मंजूर किया तलाक; जानें पूरा मामला

Kolkata News: बेटी की ससुराल में उसके घरवालों और दोस्तों का लंबे समय तक टिक जाना भी क्रूरता है। कलकत्ता हाई कोर्ट ने इसी आधार पर 19 दिसंबर को एक व्यक्ति को तलाक की मंजूरी दे दी। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहाकि पति की मर्जी के खिलाफ पत्नी के दोस्तों या रिश्तेदारों का लंबे समय तक उसके घर में रहना क्रूरता है। कई बार ऐसे हालात में जबकि पत्नी खुद भी घर में नहीं है, रिश्तेदारों की वहां मौजूदगी से अपीलकर्ता की जिंदगी पर गहरा असर पड़ा होगा। महिला के पति ने साल 2008 में शादी के तीन साल बाद ही तलाक की अर्जी फाइल की थी।

इन दोनों की शादी पश्चिम बंगाल के नाबाद्वीप में हुई थी। बाद में साल 2006 में यह दोनों कोलाघाट चले आए, जहां पति काम करता था। साल 2008 में पत्नी कोलकाता के नारकेलडांगा चली गई। उसका कहना था कि यहां पर रहना उसके लिए ज्यादा सुविधाजनक था, क्योंकि यह सियालदह से नजदीक पड़ता है, जहां वह काम करती है। हालांकि पूछताछ के दौरान उसने दावा किया कि वह अपने पति से दूर इसलिए हुई क्योंकि वह असहाय हो गई थी।

साल 2008 में कोलाघाट स्थित पति के घर से पत्नी के चले जाने के बाद भी उसका परिवार और एक दोस्त वहीं ठहरे रहे। साल 2016 में पत्नी उत्तरपारा चली गई। पति का कहना है कि पत्नी का उससे दूर रहता क्रूरता है। इसके अलावा उसने यह भी कहाकि पत्नी किसी तरह का संबंध रखने या फिर बच्चे पैदा करने की इच्छुक नहीं है।

#KolkataNews #lawNews #WestBengalNews

मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-15

साली से सेक्स से किया इनकार तो जीजा ने कर डाली हत्या, कूड़े में मिला सिर और तालाब से बरामद हुई लाश

West Bengal News: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा हुई है। दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज इलाके में कूड़े के ढेर में एक महिला का कटा हुआ सिर मिला था। 24 घंटे के भीतर ही महिला के जीजा को उसकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। जीजा की पहचान अतीउर रहमान लस्कर के रूप में हुई है। उसने इसलिए महिला की हत्या कर दी क्योंकि उसने उससे संबंध बनाने से इनकार कर दिया था। कोलकाता पुलिस ने उसे दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर में उसके पैतृक गांव बसुलडांगा से गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि लस्कर नामक एक मजदूर ने कथित तौर पर उस महिला की हत्या करने की बात कबूल की है जो पिछले दो साल से अपने पति से अलग रह रही थी। डीसीपी (दक्षिण उपनगरीय) बिदिशा कलिता ने कहा कि महिला का कटा हुआ सिर शुक्रवार को ग्राहम रोड के पास कूड़े के ढेर में मिला था और उसके धड़ और शरीर का निचला हिस्सा शनिवार को रीजेंट पार्क इलाके में एक तालाब के पास मिला था।

महिला रीजेंट पार्क में एक घर में काम करती थी। वह टॉलीगंज में काम करने वाले लस्कर के साथ हर दिन काम पर जाती थी। डीसीपी ने बताया कि उसका जीजा उसके साथ संबंध बनाना चाहता था, लेकिन उसने उसके प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इस उपेक्षा से लस्कर नाराज हो गया। एक सप्ताह पहले उसने ने जीजा से दूरी बनानी शुरू कर दी, जिससे वह और भी नाराज हो गया। उसने उसका फोन नंबर भी ब्लॉक कर दिया।

पुलिस के मुताबिक, गुरुवार शाम को जब वह फ्री हुई तो उसने उसे अपने साथ एक निर्माणाधीन इमारत में चलने के लिए मजबूर किया। उसने वहां उसका गला घोंट दिया और फिर उसका सिर काट दिया। उसने शव को तीन टुकड़ों में काटा और उन्हें फेंक दिया।

पुलिस इस संबंध में अन्य लोगों की संभावित संलिप्तता की भी जांच कर रही है। उस इलाके में कटा हुआ सिर बरामद होने से निवासियों की रूह कांप उठी और उनके अंदर डर पैदा हो गया।

पुलिस को कटा हुआ सिर कैसे मिला?

शुक्रवार की सुबह स्थानीय लोगों ने गोल्फ ग्रीन पुलिस स्टेशन के अंतर्गत ग्राहम रोड पर एक टैंक में कटा हुआ सिर भरा एक प्लास्टिक बैग देखा था। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शरीर का हिस्सा मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने इसे आगे की जांच के लिए एमआर बांगुर अस्पताल भेज दिया था।

कोलकाता पुलिस ने इलाके के सभी उपलब्ध सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की ताकि यह पता लगाया जा सके कि कटा हुआ सिर वहां किसने फेंका। पुलिस ने कहा कि घटनास्थल से संबंधित नमूने बरामद किए गए हैं।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कटे हुए सिर पर चोट के निशान और खून के धब्बे भी थे, जिससे पता चलता है कि हत्या उसके बरामद होने के 12 घंटे के भीतर हुई थी। पुलिस ने शरीर के हिस्से के का पता लगाने के लिए एक खोजी कुत्ते को भी तैनात किया। कुत्ता पुलिस को ग्राहम रोड टैंक से लगभग एक किलोमीटर दूर एक अपार्टमेंट तक ले गया। इसे बाद से इमारत में आने-जाने वालों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए अपार्टमेंट के प्रवेश द्वार पर दो कांस्टेबल तैनात किए गए थे।

#KolkataNews #murderNews #WestBengalNews

मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-06

ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन के कामकाज पर जताया असंतोष, कहा, मौका मिला तो संभालेंगी कमान

West Bengal News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के कामकाज पर असंतोष व्यक्त किया और मौका मिलने पर इसकी कमान संभालने के अपने इरादे का संकेत दिया। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा कि वह बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में अपनी भूमिका जारी रखते हुए विपक्षी मोर्चे के नेतृत्व के साथ दोहरी जिम्मेदारी संभालने में सक्षम होंगी। उन्होंने एक बंगाली समाचार चैनल के साथ इंटरव्यू में कहा कि मैंने ‘इंडिया’ गठबंधन का गठन किया था। अब इसे प्रबंधित करना मोर्चे का नेतृत्व करने वालों पर निर्भर है। अगर वे यह नहीं कर सकते, तो मैं क्या कर सकती हूं? मैं बस यही कहूंगी कि सभी को साथ लेकर चलने की जरूरत है।

मैं इसका सुचारू संचालन सुनिश्चित करूंगी

यह पूछे जाने पर कि एक मजबूत बीजेपी विरोधी ताकत के रूप में अपनी साख को देखते हुए वह गठबंधन का प्रभार क्यों नहीं ले रही हैं, ममत बनर्जी ने कहा कि यदि अवसर दिया गया तो मैं इसका सुचारू संचालन सुनिश्चित करूंगी। उन्होंने कहा कि मैं बंगाल से बाहर नहीं जाना चाहती, लेकिन मैं इसे यहां से संचालित कर सकती हूं। दरअसल बीजेपी का मुकाबला करने के लिए गठित ‘इंडिया’ गठबंधन में दो दर्जन से अधिक विपक्षी दल शामिल हैं। हालांकि आंतरिक मतभेदों और समन्वय की कमी के कारण कई हलकों से इसे आलोचना का सामना करना पड़ा है।

ममता के बयान के मायने

मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी उनकी पार्टी के सांसद कल्याण बनर्जी की ओर से कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य सहयोगियों से अपने अहंकार को अलग रखने और ममता बनर्जी को विपक्षी गठबंधन के नेता के रूप में मान्यता देने का आह्वान किए जाने के कुछ दिन बाद आई। बीजेपी ने महाराष्ट्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड संख्या में सीट हासिल कीं। इससे पार्टी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन को प्रचंड जीत मिली, जबकि झारखंड में झामुमो के शानदार प्रदर्शन से ‘इंडिया’ गठबंधन ने मजबूत वापसी की।

#delhiNews #IndiaAllianceNews #WestBengalNews

मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-03

100 साल का अवैध कब्जा भी नहीं दिला सकता जमीन पर मालिकाना अधिकार, कोलकाता हाइकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

West Bengal News: अवैध कब्जे का मामला भारतीय समाज में एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है। कई लोग अपनी जीवनभर की कमाई लगाकर जमीन या प्रॉपर्टी खरीदते हैं, लेकिन कुछ लोग इन्हीं संपत्तियों पर अवैध रूप से कब्जा कर लेते हैं, जिससे असली मालिक को कानूनी और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

हाल ही में कोलकाता हाई कोर्ट ने एक अहम मामले पर सुनवाई की और यह स्पष्ट किया कि किसी प्रॉपर्टी पर 100 साल तक अवैध कब्जा करने से मालिकाना हक नहीं मिलता है। इस निर्णय ने अवैध कब्जे के मामलों में एक नई दिशा दी है, जिससे यह सिद्ध हो गया है कि लंबे समय तक अवैध कब्जे को कानूनी अधिकार के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस लेख में हम कोलकाता हाई कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के बारे में विस्तार से जानेंगे और देखेंगे कि इसके पीछे के कानूनी पहलू क्या हैं।

कोलकाता हाई कोर्ट ने हाल ही में एक मामले पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया कि यदि कोई व्यक्ति किसी प्रॉपर्टी पर 100 साल तक अवैध कब्जा करता है, तो उसे उस संपत्ति का मालिकाना हक नहीं मिल सकता। यह मामला कोलकाता के माजेरहाट इलाके में स्थित कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की जमीन से जुड़ा था। इस मामले में एक याचिका दाखिल की गई थी, जिसमें यह मांग की गई थी कि अवैध कब्जे को हटाया जाए।

कोर्ट ने इस पर सुनवाई करते हुए स्पष्ट किया कि अवैध कब्जे से किसी को भी मालिकाना हक नहीं मिल सकता। न्यायाधीश अमृता सिन्हा की एकल पीठ ने आदेश दिया कि अवैध कब्जे से बनी निर्माण गतिविधियों को तत्काल हटाया जाए। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति किसी प्रॉपर्टी पर लंबे समय तक कब्जा करता है, तो भी उसे वैध अधिकार नहीं मिल सकता है। इस फैसले ने यह साबित कर दिया कि अवैध कब्जे के मामलों में कानूनी कार्रवाई की जाएगी और अवैध कब्जे को किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता। जब पुलिस ने अवैध निर्माण हटाने की कोशिश की, तो उसे स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
कब्जाधारी पक्ष ने कोर्ट के एकल पीठ के फैसले को खंडपीठ में चुनौती दी, यह कहते हुए कि वर्षों से वहां अवैध निर्माण हो चुका है और इसे हटाने से उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

हालांकि, कोर्ट ने इस तर्क को खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि अवैध कब्जे के बावजूद, कोई व्यक्ति किसी संपत्ति का वैध मालिक नहीं बन सकता। कोलकाता हाई कोर्ट की खंडपीठ ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि 100 साल तक किसी संपत्ति पर कब्जा करने से उसका कानूनी अधिकार नहीं बदलता है। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि अवैध कब्जे के मामलों में कानून के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी, और यह भी कहा कि किसी प्रकार के लंबे समय तक कब्जे को कानूनी अधिकार के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस फैसले ने अवैध कब्जे के मामलों में एक अहम दिशा-निर्देश प्रदान किया है, जो भविष्य में इस तरह के मामलों में न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। कोर्ट का यह निर्णय एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि चाहे कब्जा कितने भी साल पुराना क्यों न हो, यदि वह अवैध है, तो वह किसी भी प्रकार से कानूनी अधिकार नहीं बन सकता।

#KolkataHighCourtNews #LandLawNews #WestBengalNews

मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-12-02

शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में हिंदू संगठनों ने रोके बांग्लादेश जाने वाले ट्रक, जानें भाजपा नेता ने क्या दी चेतावनी

Bangladesh News: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और इस्कॉन से जुड़े संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर भारत में भी जबरदस्त रोष है। सोमवार को तो बंगाल में भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं, आम लोगों, भिक्षुओं ने आंदोलन किया। इन लोगों ने बांग्लादेश की सीमा पर पहुंचकर तमाम ट्रकों को रोके रखा, जो माल लेकर जा रहे थे। इसके चलते लगभग पूरे दिन ही बांग्लादेश के साथ कारोबार प्रभावित रहा। हजारों लोगों ने चिन्मय कृष्ण दास की बिना शर्त रिहाई की मांग को लेकर भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पेट्रोपोल पर 24 घंटे के लिए मालवाहक वाहनों को रोके रखा।

इससे बंगलादेश में आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले माल वाहनों की आवाजाही सोमवार को बाधित रही। इस दौरान शुभेंदु अधिकारी ने चेतावनी दी कि यदि इस्कॉन के संत कृष्ण दास को रिहा नहीं किया गया तो वे जल्द ही पांच दिनों के लिए पेट्रापोल में आर्थिक नाकेबंदी करेंगे और अगले साल की शुरुआत में बड़े पैमाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वे अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचार, हिंदुओं पर हमले और बांग्लादेश में मंदिरों में तोड़फोड़ के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करने के लिए जीरो पॉइंट के करीब जाएंगे।

उन्होंने कहा कि वे इस्कॉन के पूर्व पुजारी की जल्द रिहाई के लिए दबाव बनाने के लिए श्री चिन्मय कृष्ण दास की तस्वीर वाले गैस के गुब्बारे भी छोड़ेंगे। भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया। अखिल भारतीय संत समाज, राष्ट्रीय हिंदू जागरण मंच और कई अन्य हिंदू संगठन भारतीय झंडे और भगवा झंडे लेकर सीमा पर पहुंचे, जहां सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान हथियारों के साथ जीरो पॉइंट पर डटी रही और विरोध दर्ज कराया। उत्तर बंगाल के बीएसएफ के आईजी सूर्यकांत शर्मा ने कहा कि अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों को झरझरा सीमा पर तैनात किया गया है, क्योंकि दूसरी तरफ से लोग भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘हिंसा भड़कने के बाद से सीमा के दूसरी तरफ से किसी भी घुसपैठ को रोकने के लिए हमें पेशेवर रूप से नियुक्त किया गया है।’ प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक बंगलादेश सरकार हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हमले रोकने के लिए कार्रवाई नहीं करती तथा श्री दास को रिहा नहीं करती, तब तक पेट्रापोल सीमा पर आंदोलन जारी रहेगा। अखिल भारतीय संत समिति के बंगाल चैप्टर के अध्यक्ष स्वामी परमात्मानंद ने भी कहा कि जब तक बंगलादेश की पुलिस हिंदुओं और मंदिरों पर हो रहे हमले को रोकने के लिए कार्रवाई नहीं करती, तब तक पेट्रापोल सीमा पर उनका आंदोलन जारी रहेगा।

#indiaNews #nationalNews #WestBengalNews

मोहित ठाकुरrightnewshindi@rightnewsindia.com
2024-10-26

ASI Viral Video: पश्चिम बंगाल से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला पुलिसकर्मी एक महिला को लगभग किस करते हुए यह साबित करने की कोशिश कर रही है कि उसने शराब नहीं पी है।

महिला पुलिस अधिकारी की पहचान सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की पिंक वैन फोर्स की एएसआई तान्या रॉय के रूप में हुई है।

बताया गया है कि रॉय ने ड्यूटी के दौरान नशे में धुत होकर एक जुए के अड्डे में तोड़फोड़ की। कथित घटना बुधवार 23 अक्टूबर को हुई बताई जाती है। वायरल क्लिप में एएसआई तान्या रॉय महिलाओं सहित कुछ लोगों से बहस करती हुई दिखाई दे रही हैं, जैसे ही वह एक महिला के पास जाती हैं और उसके होंठों को लगभग चूमने से पहले उसकी गर्दन पकड़ लेती हैं।

बताया गया है कि, एएसआई ने ऐसा महिला को यह साबित करने के लिए किया कि वह शराब के नशे में नहीं है। रॉय की हरकत के बाद लोगों और एएसआई के बीच बहस शुरू हो जाती है। यह भी आरोप है कि एएसआई तान्या रॉय ने उसी दिन दो नाबालिगों के साथ मारपीट की थी।

https://rightnewsindia.com/drunk-female-asi-kisses-a-woman-video-goes-viral-on-social-media/

#drunk #femaleASI #kiss #WestBengalNews #woman

Anwar Hashmihureraa
2024-08-28

Lok Sabha Elections 2024 | প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদী ঘোষণা করেছেন, অব কি বার, ৪০০ পার

Lok Sabha Elections 2024 | লোকসভা ভোটের ফল প্রকাশের আর মাত্র ১১ দিন বাকি। প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদী ঘোষণা করেছেন, অব কি বার, ৪০০ পার

spinelessnews.com/lok-sabha-el

Navodaya Timesnavodayatimes
2024-08-05

ममता सरकार ने उठाया सख्त कदम, पश्चिम बंगाल को विभाजित करने के खिलाफ बिल पारित

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