कसोल में कचरा प्रबंधन: जंगल में कूड़े के ढेरों ने मचाया हंगामा, लोग पूछ रहे, कहां गया ग्रीन टैक्स का पैसा
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के कसोल में कचरा प्रबंधन की समस्या ने पर्यटन स्थल की सुंदरता को प्रभावित किया है। मणिकर्ण घाटी के जंगलों में सड़क किनारे कूड़े के ढेर जमा हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने प्रशासन का ध्यान खींचा। प्रशासन ने कचरा हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
कसोल के जंगलों में कचरे का अंबार
कसोल के ग्राहन मार्ग पर सड़क किनारे कूड़े के ढेर लगे हैं। होटलों से निकला कचरा जंगलों में डंप किया गया। सुअर और कौए कचरे में मुंह मार रहे हैं। यह दृश्य मिनी इजरायल कहे जाने वाले कसोल की छवि को धूमिल कर रहा है।
प्रशासन की कार्रवाई शुरू
वायरल वीडियो के बाद कुल्लू प्रशासन सक्रिय हुआ। डीसी तोरुल एस रवीश ने बताया कि कचरा प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार से एमआरएफ साइट की मंजूरी मिल गई है। जंगल से कचरा हटाने का काम शुरू हो चुका है।
कचरा निपटान का स्थाई समाधान
डीसी ने बताया कि छह महीने में वैज्ञानिक कचरा निपटान प्लांट तैयार होगा। हीलिंग हिमालय के सहयोग से कचरा प्रबंधन किया जाएगा। फिलहाल, कचरे को सीमेंट प्लांट में भेजा जा रहा है। अगले एक सप्ताह में जंगल साफ हो जाएगा।
ग्रीन टैक्स का सवाल
कसोल में साडा बैरियर पर ग्रीन टैक्स से लाखों रुपये जमा होते हैं। फिर भी कचरा प्रबंधन में कमी है। स्थानीय लोग और पर्यटक इस स्थिति से निराश हैं। प्रशासन ने कचरा हटाने के लिए तेजी से कदम उठाने का भरोसा दिया।
वायरल वीडियो ने खोली पोल
सोशल मीडिया पर कसोल के कचरे की वीडियो वायरल हो रही है। इसमें सड़क किनारे कूड़े के ढेर और जानवरों का मंजर दिख रहा है। यह स्थिति पर्यटकों के लिए शर्मिंदगी का कारण बनी। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, प्रशासन अब इस समस्या का स्थाई समाधान ढूंढ रहा है।