आसमानी बिजली का चंबा में कहर: चुराह में 11 भैंसों की मौत, परिवार को झटका
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के चुराह उपमंडल में आसमानी बिजली ने बड़ा नुकसान पहुंचाया। देहरा पंचायत के पखारा धार में बुधवार शाम बिजली गिरने से एक परिवार की 11 भैंसों की मौके पर मौत हो गई। यह घटना शाम करीब 6 बजे हुई, जब मौसम अचानक खराब हो गया। गनीमत रही कि उस समय परिवार का कोई सदस्य वहां मौजूद नहीं था। इस हादसे से पीड़ित परिवार को लाखों रुपये का नुकसान हुआ।
घटना का विवरण
चुराह के चांजू क्षेत्र में पखारा धार में शरीफ अली पुत्र नूर अली ने अपनी भैंसों को चरने के लिए छोड़ा था। बुधवार शाम को मौसम बिगड़ गया। तेज हवाओं के साथ आसमानी बिजली कड़कने लगी। अचानक बिजली भैंसों पर गिरी, जिससे सभी 11 भैंसों की तुरंत मौत हो गई। इनमें से ज्यादातर भैंसें दूध देने वाली थीं। शरीफ अली ने बताया कि वह भैंसों का दूध बेचकर परिवार का खर्च चलाते हैं। इस घटना ने उनकी आजीविका को गहरा झटका दिया है।
परिवार पर आर्थिक संकट
शरीफ अली के लिए यह हादसा बड़ा झटका है। उन्होंने बताया कि भैंसों का दूध बेचकर वह घर के सारे खर्चे पूरे करते थे। अब 11 भैंसों की मौत के बाद परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो जाएगा। अधिकतर भैंसें दूध देने वाली थीं, जिनसे उनकी नियमित आय होती थी। इस नुकसान ने परिवार को आर्थिक संकट में डाल दिया है। स्थानीय लोग भी इस घटना से स्तब्ध हैं और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय हो गया। तहसीलदार चुराह आशीष ठाकुर ने बताया कि पटवारी और पशुपालन विभाग की टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया। जांच में पाया गया कि आसमानी बिजली से 11 भैंसों की मौत हुई। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। नुकसान का आकलन करने के लिए टीमें काम कर रही हैं। प्रभावित परिवार को राहत राशि प्रदान करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।
आसमानी बिजली का खतरा
हिमाचल जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में आसमानी बिजली का खतरा आम है। बारिश और तूफान के दौरान ऐसी घटनाएं बढ़ जाती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खुले मैदानों में चरने वाले पशुओं को बिजली गिरने का खतरा ज्यादा होता है। लोगों को सलाह दी जाती है कि तूफान के दौरान पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखें। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हिमाचल में बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की थी।
जागरूकता की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर बिजली गिरने से होने वाले नुकसान पर ध्यान खींचा है। स्थानीय प्रशासन और विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता जरूरी है। ग्रामीणों को तूफान के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जाती है। पशुओं को भी खुले मैदानों में न छोड़कर ढके हुए स्थानों पर रखना चाहिए। सरकार और स्थानीय निकायों को ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए और कदम उठाने की जरूरत है।
अन्य क्षेत्रों में भी घटनाएं
आसमानी बिजली से होने वाली घटनाएं केवल हिमाचल तक सीमित नहीं हैं। हाल के वर्षों में देश के कई हिस्सों में ऐसी घटनाओं में जान-माल का नुकसान हुआ है। उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश के शिवपुरी में अप्रैल 2025 में बिजली गिरने से 11 भैंसों की मौत हुई थी। ऐसी घटनाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान पहुंचाती हैं। प्रशासन को प्रभावित परिवारों की त्वरित मदद के लिए नीतियां बनानी चाहिए।
Author: Anil Kumar, Chamba
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