सितारगंज दुष्कर्म: 17 वर्षीय किशोरी के साथ ड्राइवर ने की दरिंदगी, पुलिस ने दर्ज किया केस
Uttarakhand News: उत्तराखंड के सितारगंज में एक दिल दहला देने वाला सितारगंज दुष्कर्म मामला सामने आया है। एक कार चालक ने अपने मालिक की 17 वर्षीय भतीजी के साथ दुष्कर्म किया। यह घटना 31 मई को हुई, जब आरोपी ने किशोरी को बहाने से अपने घर ले जाकर उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए केस दर्ज कर लिया है।
घटना का विवरण
सितारगंज के एक गांव में पीड़िता अपने पिता के भाई की दुकान पर घूमने आई थी। पीड़िता के पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी 25 मई को सितारगंज पहुंची थी। आरोपी विशाल कौशल, जो पीड़िता के चाचा का ड्राइवर है, ने उसे घुमाने के बहाने अपने घर ले गया। वहां उसने किशोरी के साथ मारपीट की और सितारगंज दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद उसने घटना का वीडियो बनाया और उसे वायरल करने की धमकी दी।
आरोपियों की धमकी और मानसिक उत्पीड़न
आरोपी विशाल कौशल के साथ उसके पिता अनिल कौशल ने भी किशोरी का मानसिक उत्पीड़न किया। दोनों ने उसे वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर चुप रहने के लिए दबाव डाला। इस घटना से किशोरी गहरे सदमे में है। पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी ने डर के कारण पहले घटना के बारे में नहीं बताया, लेकिन बाद में परिवार को पूरी बात बताई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की। सितारगंज के सीओ बीएस धौनी ने बताया कि किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराया गया और उसे घर भेज दिया गया। पुलिस ने विशाल कौशल और अनिल कौशल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की धारा 96 और 137(2) के तहत दुष्कर्म और अपहरण का मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही पॉक्सो एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गई हैं, क्योंकि पीड़िता नाबालिग है। सितारगंज दुष्कर्म मामले में पुलिस गहन जांच कर रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी है।
उत्तराखंड में बढ़ते अपराध
उत्तराखंड में हाल के वर्षों में नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के मामले बढ़ रहे हैं। सितारगंज में हुई इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। सामाजिक संगठनों और स्थानीय निवासियों ने पुलिस से कठोर कार्रवाई की मांग की है। उत्तराखंड पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
पीड़िता की स्थिति
पीड़िता को इस घटना के बाद गंभीर मानसिक और शारीरिक आघात पहुंचा है। मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है, जिसके आधार पर पुलिस ने अपनी जांच को और मजबूत किया है। किशोरी को परिवार के साथ सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है, और उसकी काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की गई है।
कानूनी प्रक्रिया
पुलिस ने बताया कि इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है, जो नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के लिए सख्त सजा का प्रावधान करता है। इसके अलावा, वीडियो वायरल करने की धमकी के लिए आईटी एक्ट की धाराएं भी जोड़ी जा सकती हैं। जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या आरोपी ने पहले भी इस तरह की वारदात को अंजाम दिया है।
सामाजिक प्रभाव
सितारगंज दुष्कर्म की घटना ने समाज में महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोग इस मामले को लेकर सड़कों पर उतर सकते हैं, क्योंकि यह घटना सितारगंज जैसे छोटे शहर में असामान्य मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और सख्त कानूनी कार्रवाई जरूरी है।
पुलिस का बयान
सीओ बीएस धौनी ने कहा, “हम इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। पीड़िता की शिकायत के आधार पर सभी आवश्यक कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं। हम जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे और उन्हें कड़ी सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और जांच में सहयोग करने की अपील की है।
आगे की जांच
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस मामले में कोई और व्यक्ति शामिल है। इसके साथ ही, वीडियो की प्रामाणिकता और इसके वायरल होने की संभावना को भी खंगाला जा रहा है। उत्तराखंड पुलिस ने इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने की बात कही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
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