डेटा मोनेटाइजेशन: ब्राजील की ‘डी वॉलेट’ योजना से नागरिक कमा सकेंगे अपने डिजिटल डेटा से पैसे
Brazil News: ब्राजील ने डेटा मोनेटाइजेशन के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाया है। ‘डी वॉलेट’ योजना के जरिए नागरिक अपने डिजिटल डेटा को स्टोर और बेच सकेंगे। यह दुनिया की पहली ऐसी योजना है, जो डेटा को निजी संपत्ति मानती है। डाटाप्रेव और ड्रमवेव ने मिलकर इसकी शुरुआत की। लोग अपनी मर्जी से डेटा बेचकर कमाई कर सकेंगे।
‘डी वॉलेट’ योजना क्या है?
डेटा मोनेटाइजेशन पर आधारित ‘डी वॉलेट’ एक डिजिटल वॉलेट सिस्टम है। ब्राजील की सरकारी कंपनी डाटाप्रेव और कैलिफोर्निया की ड्रमवेव ने इसे विकसित किया। नागरिक इसमें अपनी डिजिटल जानकारी, जैसे ऐप या वेबसाइट से उत्पन्न डेटा, स्टोर कर सकते हैं। यह डेटा एक डिजिटल बचत खाते की तरह काम करता है, जिसे कंपनियों को बेचा जा सकता है।
डेटा से कमाई का तरीका
नागरिकों का डेटा, जैसे ऐप यूज या लोन डेटा, ‘डी वॉलेट’ में जमा होगा। कंपनियां इस डेटा को खरीदने के लिए बोली लगाएंगी। अगर उपयोगकर्ता सहमति देता है, तो उसे रॉयटर्स के अनुसार तुरंत भुगतान मिलेगा, जिसे बैंक खाते में स्थानांतरित किया जा सकता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और स्वैच्छिक होगी। डेटा मोनेटाइजेशन से नागरिकों को वित्तीय लाभ मिलेगा।
क्या डेटा बेचना अनिवार्य है?
डेटा मोनेटाइजेशन में भाग लेना पूरी तरह वैकल्पिक है। ब्राजील के नागरिक डेटा बेचने या न बेचने का फैसला खुद कर सकते हैं। यह वेबसाइट पर कुकीज स्वीकार करने जैसा है। डेटा न बेचने पर कमाई का अवसर चूक सकता है। ब्राजील की संसद जल्द ही डेटा को निजी संपत्ति का दर्जा देने वाला कानून लाएगी।
योजना के फायदे और जोखिम
डेटा मोनेटाइजेशन से नागरिकों को अतिरिक्त आय मिलेगी, खासकर कम आय वाले समूहों को। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल साक्षरता की कमी और ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की धीमी गति जोखिम पैदा कर सकती है। कम पढ़े-लिखे लोग तात्कालिक लाभ के लिए डेटा बेच सकते हैं, जिससे उनकी गोपनीयता खतरे में पड़ सकती है।
सरकार को क्या लाभ होगा?
डेटा मोनेटाइजेशन से सरकार को बड़े पैमाने पर डेटा मिलेगा। यह शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन जैसे क्षेत्रों में बेहतर नीतियां बनाने में मदद करेगा। रेस्ट ऑफ वर्ल्ड के अनुसार, यह डेटा व्यक्तिगत सेवाओं को बेहतर बनाने और डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में उपयोगी होगा। सरकार और निजी क्षेत्र का यह सहयोग वैश्विक स्तर पर अनूठा है।