शिक्षक तबादला पर हिमाचल सरकार ने 31 मार्च 2026 तक लगाई रोक, अब स्कूलों में पढ़ाई पर दिया जाएगा जोर
Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्कूल और कॉलेज शिक्षकों के शिक्षक तबादला पर 5 जून से पूर्ण रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगा। शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने इसकी अधिसूचना जारी की। यह कदम शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई का माहौल बनाए रखने के लिए उठाया गया है। अब सरप्लस शिक्षकों का युक्तिकरण होगा।
तबादलों पर क्यों लगी रोक
पिछले साल सरकार ने साल भर शिक्षक तबादला न करने का फैसला लिया था। इस साल भी यह नीति जारी रहेगी। शिक्षा विभाग को 18 हजार तबादला आवेदन मिले थे। इनमें से आठ हजार तबादलों के आदेश जारी हो चुके हैं। शेष आवेदनों पर अब विचार नहीं होगा। सरकार का लक्ष्य स्कूलों में पढ़ाई को सुचारु रखना है।
युक्तिकरण पर ध्यान
तबादला प्रक्रिया के चलते शिक्षकों का युक्तिकरण रुक गया था। अब स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति होगी। शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने बताया कि यह निर्णय शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने के लिए लिया गया। सरप्लस शिक्षकों को अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा।
शिक्षकों के आवेदन
शिक्षा निदेशालय को मंत्रियों और विधायकों के डीओ नोट के साथ हजारों तबादला आवेदन मिले। इनमें से कई शिक्षकों के तबादले हो चुके हैं। बाकी आवेदनों पर अब रोक के कारण कार्रवाई नहीं होगी। सरकार ने स्पष्ट किया कि यह कदम शिक्षण व्यवस्था को मजबूत करने के लिए है।
शैक्षणिक सत्र पर प्रभाव
शिक्षक तबादला पर रोक से स्कूलों में शिक्षकों की स्थिरता बनी रहेगी। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। शिक्षा विभाग का कहना है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 के दौरान शिक्षण कार्य बिना किसी रुकावट के चलेगा। स्कूलों में शिक्षकों की कमी को भी युक्तिकरण से पूरा किया जाएगा।
सरकार का दृष्टिकोण
शिक्षा सचिव ने बताया कि यह प्रतिबंध शैक्षणिक सत्र की समाप्ति तक रहेगा। सरकार का उद्देश्य स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षण की गुणवत्ता बनाए रखना है। अब शिक्षकों की नियुक्ति विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर होगी। इस कदम से शिक्षा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। तबादला नीति पर जानकारी के लिए शिक्षा विभाग की वेबसाइट देखी जा सकती है।
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