निर्वाचन आयोग: हिमाचल के हर बूथ में होंगे 1200 वोटर, 18 नई पहलों से मतदान प्रक्रिया होगी पारदर्शी
Himachal News; भारत निर्वाचन आयोग की 18 नवाचारी पहलें हिमाचल प्रदेश में लागू हो रही हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नंदिता गुप्ता ने बताया कि ये पहलें छह श्रेणियों में हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता होंगे। मृत्यु रजिस्टर से डेटा जोड़ा जाएगा। राजनीतिक दलों के साथ समन्वय के लिए 4,719 सर्वदलीय बैठकें हुईं। हिमाचल में 257 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
निर्वाचन आयोग की नई पहलें
हिमाचल में मतदान प्रक्रिया को बेहतर करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। घनी आबादी और बहुमंजिला इमारतों में अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। मृत्यु पंजीकरण डेटा रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया से लिया जाएगा। इससे मृत मतदाताओं के नाम सूची से हटेंगे। बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) को मानक फोटो पहचान पत्र दिए जाएंगे। इन पहलों से पारदर्शिता बढ़ेगी।
सर्वदलीय बैठकों से बेहतर समन्वय
हिमाचल में जिला और उपमंडल स्तर पर 257 राजनीतिक प्रतिनिधियों ने सर्वदलीय बैठकों में हिस्सा लिया। इनमें शामिल दल हैं:
- आम आदमी पार्टी
- भारतीय जनता पार्टी
- बहुजन समाज पार्टी
- मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
- नेशनल पीपल्स पार्टी
देशभर में 28,000 प्रतिनिधियों ने 4,719 बैठकों में भाग लिया। यह समन्वय ECI की पहल का हिस्सा है।
प्रशासनिक सुधार और प्रशिक्षण
प्रशासनिक सुधारों में बायोमेट्रिक उपस्थिति और ई-ऑफिस सिस्टम शामिल हैं। इससे कागज रहित और पारदर्शी कार्यप्रणाली होगी। 3,000 बूथ पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है। एक लाख पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण की योजना है। 26-27 मई को पहला बैच प्रशिक्षण लेगा। इसमें तीन उपायुक्त, 12 एसडीएम और 68 BLO शामिल होंगे। बिहार पुलिस के लिए भी प्रशिक्षण हुआ।
मतदाता सुविधा और पारदर्शिता
मतदाता पर्चियों को उपयोगकर्ता अनुकूल बनाया गया है। इसमें मतदाता का सीरियल और भाग संख्या स्पष्ट होगी। ECI-NET डैशबोर्ड लॉन्च हुआ है। 28 हितधारकों की पहचान की गई, जिनमें मतदाता, दल और मीडिया शामिल हैं। हिमाचल इन पहलों को लागू कर अग्रणी राज्य बन रहा है। SVEEP कार्यक्रम से मतदाता जागरूकता बढ़ेगी।
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